बैंक-बीमा शेयरों पर क्यों दांव लगा रहे FPI?

BFSI सेक्टर में 26 महीने के उच्च स्तर पर

बैंक-बीमा शेयरों पर क्यों दांव लगा रहे FPI?

घरेलू शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को बैंकिंग, फाइनेंस सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर खूब पसंद आ रहा है. इस क्षेत्र की कंपनियों में ये निवेशक जमकर पैसा लगा रहे हैं. एफपीआई ने अप्रैल 2023 में 5,711 करोड़ रुपए की इक्विटी खरीदी जबकि मार्च में यह आंकड़ा 1,997 करोड़ रुपए रहा. अप्रैल में बीएफएसआई और ऑटो शेयरों ने एफपीआई को ज्यादा आकर्षित किया है. एफपीआई के कुल निवेश में 32.4 फीसद हिस्सा बीएफएसआई जो 26 महीने का उच्चतम स्तर है.

क्या कहता है आंकड़ा?

NSDL के आंकड़ों के अनुसार, FPI ने 16 मई, 2023 तक भारतीय बाजारों में 38,287 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है. इस तेजी की कई वजहें हैं जैसे- वित्तीय सेवाएं, तेल और उपभोज्य ईंधन, एफएमसीजी आदि. लेकिन बीएफएसआई की तरफ निवेशकों के झुकाव की मुख्य वजह भारत की क्रेडिट वृद्धि 11 साल के उच्च स्तर को छूना है. साल-दर-साल 15% की बढ़ोतरी के साथ 24 मार्च 2023 तक भारत का क्रेडिट वितरण 136.8 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया.

FPI पोर्टफोलियो में टॉप 5 भारतीय सेक्टर्स (30 अप्रैल, 2023)
Sector Assets under Custody (In Rs crores)
Automobile and automobile components 2,74,544
Financial services 16,19,066
Fast moving consumer goods (FMCG) 3,44,222
Information Technology (IT) 4,62,588
Oil, Gas and consumable fuels 4,70,812
(Souce : NSDL data release)

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

क्या खुदरा निवेशकों को एफपीआई की राह पर बढ़ते हुए बीएफएसआई क्षेत्र में अपने पोर्टफोलियो का आवंटन बढ़ाना चाहिए? इस बारे में फाइनेंशियल प्लानर एवं मनीमंत्रा के प्रमुख विरल भट्ट इसे लेकर आश्वस्त हैं. विरल भट्ट ने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था के 2023-24 में बेहतर रफ्तार से बढ़ने की उम्मीद है, जिससे बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं की मांग को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा, बढ़ती ब्याज दरें और बड़े पैमाने पर डिजिटल परिवर्तन से बैंकों को अपने शुद्ध ब्याज अंतर में सुधार करने में मदद मिलेगी, और उनका लाभ बढ़ेगा.’

लॉन्ग टर्म निवेश के लिए बेहतर

विरल भट्ट का कहना है कि खुदरा निवेशकों को लंबी अवधि के लाभ के लिए बीएफएसआई शेयरों में निवेश करना चाहिए, न कि कम समय मुनाफे के लिए. निवेशकों को स्टॉक चुनने में सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि उतार-चढ़ाव और समय-समय पर सुधार ही शेयर बाजार में निवेश के लिए जरूरी है. पुणे के वित्तीय प्लानर, संजीव डावर कहते हैं, ‘एकमुश्त राशि से बचना और रुक-रुक कर निवेश करना हमेशा अनुकूल होता है.’

Published - May 17, 2023, 06:24 IST