भारत के ऑटो मोबाइल उद्योग में पसंद का पहिया तेजी से घूम गया है. एंट्री लेवल हैचबैक और सेडान कारों की बिक्री ढलान पर है. वहीं दूसरी ओर SUV सेल्स टॉप गियर में सरपट भाग रही है. ग्राहकों की बदली हुई इसी पसंद की वजह से अब ऑटो कंपनियों के बीच नई जंग छिड़ने वाली है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने तेजी से विकसित होते SUV सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. कंपनी ने अपनी प्रीमियम क्रॉसओवर कार एस-क्रॉस को बंद करने का फैसला किया है. मारुति के प्रीमियम रिटेल आउटलेट नेक्सा का यह पहला प्रोडक्ट है, जिसे 2015 में लॉन्च किया गया था.
नई एसयूवी क्रेटा से लेगी टक्कर
इसकी जगह कंपनी एक नई SUV लेकर आएगी. इसका कोड नेम YFG है, जिसे Toyata के साथ मिलकर विकसित किया गया है. ये नई SUV हुंडई की लोकप्रिय क्रेटा से टक्कर लेगी. पिछले सात सालों में मारुति एस-क्रॉस की केवल एक लाख 65 हजार यूनिट ही बेच पाई है. मतलब हर महीने 2000 वाहन. वहीं हुंडई 2015 में ही लॉन्च क्रेटा की अब तक सात लाख यूनिट बेच चुकी है. हुंडई ने हर महीने 8,000 क्रेटा बेची हैं.
एसयूवी को लेकर होगी नई जंग
मतलब अब ऑटो कंपनियों के बीच नई जंग SUV को लेकर ही छिड़ेगी. क्योंकि देश में SUV सेगमेंट बहुत तेजी से विकसित हो रहा है. 2016 में कुल पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में SUV की हिस्सेदारी 18 फीसदी हुआ करती थी, जो साल 2021 तक आते-आते बढ़कर 38 फीसदी हो गई. बाजार विश्लेषकों के अनुसार ये हिस्सेदारी अभी बढ़ेगी.
अब आप सोच रहे होंगे कि अगर बाजार में SUV की बिक्री बढ़ रही है, तो गाडि़यों की संख्या क्यों नहीं बढ़ रही. ऐसा इसलिए क्योंकि SUV ने एंट्री लेवल हैचबैक और सेडान का मार्केट शेयर अपने नाम कर लिया है. एंट्री लेवल हैचबैक और सेडान कारों की कुल बिक्री में हिस्सेदारी 2016 की तुलना में 2021 में घट गई है.
हुंडई के पास है लीडरशिप
2021 में 11 लाख 84 हजार 558 SUV की बिक्री हुई. एसयूवी मार्केट लीडरशिप अभी हुंडई मोटर के पास है और कंपनी की क्रेटा भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV है. एंट्री-लेवल हैचबैक कार अपना बाजार और नए मॉडल्स दोनों को खो रही है. क्योंकि फर्स्ट टाइम कार खरीदार या तो सब-4 मीटर सेडान या सब-4 मीटर एसयूवी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. भारत में कार केवल एक वाहन नहीं बल्कि स्टैट्स सिंबल भी है. बाजार में उपलब्ध ईजी फाइनेंसिंग ऑप्शन ग्राहकों को महंगी कार खरीदने में मदद कर रहे हैं.