ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) का शेयर सोमवार को कारोबार के दौरान रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. इसकी प्रमुख वजह टाटा मोटर्स के दमदार तिमाही नतीजे और ब्रिटिश स्थित इसकी सहायक कंपनी जेएलआर का पॉजिटिव आउटलुक. मजबूत नतीजों के दाम पर टाटा मोटर्स के शेयर सोमवार का 537.15 रुपए की ऊंचाई को छुआ जो कंपनी का पिछले 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर है. आज के कारोबार में कंपनी ने चार फीसद से ज्यादा की तेजी दर्ज की.
एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनी के शेयर में इतने उत्साह के पीछे दो बड़ी वजह हैं. पहलाी कंपनी घाटे से मुनाफे में आ गई है और दूसरा 2016 के बाद पहली बार डिविडेंड की घोषणा. चौथी तिमाही में कंपनी ने साल दर साल आधार पर 1033 करोड़ रुपए के घाटे के मुकाबले 5408 करोड़ रुपए का संचयी मुनाफा दर्ज किया है. हालांकि बाजार का अनुमान 2,500 करोड़ रुपए के आसपास का था. तिमाही दर तिमाही भी मुनाफे में करीब 83 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. कंपनी की आय 78,439 करोड़ रुपए से 35.1 फीसद 1,05,932 बढ़कर करोड़ रुपए, कामकाजी मुनाफा 8727 करोड़ रुपए से 47 फीसद बढ़कर 12796 करोड़ रुपए पर रहा है. कामकाजी मार्जिन 11.1 फीसद से सुधरकर 12.1 फीसद पर रहा है जबकि अनुमान 11.5 फीसद रहने का था.
शानदार तिमाही नतीजे घोषित करने के साथ ही कंपनी के बोर्ड ने दो रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड की घोषणा की है जो कि 2016 के बाद पहली बार है. टाटा मोटर्स के मुताबिक नतीजों में सुधार के पीछे वॉल्यूम में बढ़ोतरी के साथ-साथ कीमतों में बढ़ोतरी जिससे औसत बिक्री कीमत में सुधार हुआ है. साथ ही जगुआर लैंड रोवर यानी JLR में 49 फीसद की ग्रोथ से भी सपोर्ट मिला क्योंकि कंपनी की संचयी आय में जेएलआर का 80 फीसद से ज्यादा योगदान है. जेएलआर के अच्छे प्रदर्शन और मांग के चलते वित्त वर्ष 2023-24 में नेट कर्ज में एक अरब पाउंड की कमी की उम्मीद है जो कि वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक तीन अरब पाउंड पर था.