इजरायल-ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान पर मिसाइल से हमला कर दिया है. जिसका असर शेयर बाजार पर भी पड़ा. शुक्रवार को मार्केट खुलते ही इसमें भारी गिरावट देखने को मिली. एनएसई निफ्टी 50 शुरुआती कारोबार में 134.35 अंक गिरकर 21,861.10 पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स 489.34 अंक लुढ़ककर 71,999.65 पर आ गया. व्यापक सूचकांक में भी नेगेटिव संकेत दिखे. बैंक निफ्टी इंडेक्स 324.50 अंक की गिरावट के साथ 46,744.95 पर खुला. ग्लोबल स्तर पर मची इस अफरा-तफरी के चलते निवेशकों के 3.71 लाख करोड़ भी डूब गए.
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सबसे ज्यादा बिकवाली आईटी, मेटल और पीएसयू बैंकिंग शेयरों में देखने को मिल रही है. इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 454 अंक कमजोर होकर 72,488 के स्तर पर बंद हुआ था. अमेरिकी मार्केट बीते दिन सपाट नजर आया, लेकिन, फ्यूचर्स में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. अमेरिकी मार्केट में इस बड़ी गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिला. इजरायल के इस पलटवार से यह तनाव व्यापक रूप लेने की आशंका तेज हो गई है, इससे दुनियाभर के निवेशक सहमे हुए हैं.
कच्चे तेल के बढ़े दाम
मिडिल ईस्ट में पैदा हुई तनाव की स्थिति ने तेल की आपूर्ति की चिंता बढ़ा दी है. ईरान में हुए धमाके के चलते शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला. इसकी कीमतें 3 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई है. ब्रेंट वायदा 3.03 डॉलर या करीब 3.5% उछलकर 0147 GMT तक पहुंच गया है, जिससे इसकी कीमत 90.14 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. वहीं यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 3.03 डॉलर या 3.7% बढ़कर 85.76 डॉलर प्रति बैरल हो गया है.
रुपया भी टूटा
ईरान में इजरायली हमलों के चलते निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. वे जोखिम वाली संपत्तियों से बाहर निकलकर सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं. जिसके चलते शुक्रवार को भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला. रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.5550 रुपए पर खुला. यह पिछले रिकॉर्ड निचले स्तर 83.5475 और गुरुवार की क्लोजिंग 83.5375 से नीचे आ गया है.