चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनावों में 370 सीटों के अपने लक्ष्य को हासिल करने में भारतीय जनता पार्टी की विफलता शेयर बाजारों को प्रभावित कर सकती है. प्रशांत किशोर ने कॉर्पोरेट जगत की तुलना करते हुए कहा कि यदि कोई कंपनी अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल रहती है, तो उसका प्रदर्शन बहुत खराब न होने पर भी उसके शेयर प्रभावित हो सकते हैं. ठीक इसी तरह, अगर बीजेपी चुनाव में 370 से कम सीटें जीतती है, तो यह चर्चा का विषय बन सकता है और शेयर बाजार प्रभित हो सकता है लेकिन इससे सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के शेयर बाजार पर आए बयान के बाद अब चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी इस पर बड़ा बयान दिया है. एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनावों में 370 सीटों के अपने लक्ष्य को हासिल करने में भारतीय जनता पार्टी की विफलता शेयर बाजारों में निवेशकों की निराश कर सकती है. गौरतलब है कि पीएम मोदी और अमित शाह ने इससे पहले कहा है कि 4 जून यानी आम चुनाव के नतीजे के बाद शेयर बाजार बहुत तेजी से ऊपर जाएगा, इसलिए निवेशक अभी से खरीदारी कर लें.
प्रशांत किशोर ने कहा, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा, बीजेपी को इस बार भी पिछले चुनाव यानी 2019 की 303 सीटों के करीब या उससे ज्यादा सीटों हासिल हो सकती हैं. हालांकि प्रशांत किशोर का कहना है कि अगर बीजेपी 275 सीटें भी जीतती है, तो इसका ये मतलब न होगा कि उनकी सरकार नहीं बनेगी. बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार कर रही है या नहीं या फिर सीटें कितनी आएंगी ये चर्चा का विषय हो सकता है लेकिन मुझे नहीं लगता कि बीजेपी के सत्ता में लौटने में कोई खतरा है.
प्रशांत किशोर ने बीजेपी के 370 सीटों के दावे को ‘स्मार्ट कदम’ बताते हुए शेयर बाजार और सरकार की तुलना की और कहा कि जब किसी कंपनी से अपेक्षाएं बहुत अधिक होती हैं और अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद वे उस पर खरे नहीं उतरते हैं, तो इसका असर शेयर बाजार पर दिखता है. बिल्कुल इसी तरह, अगर बीजेपी 370 से कम सीटें हासिल करती है, तो यह चर्चा का विषय बन सकता है और यह इसका असर मार्केट पर भी दिख सकता है. लेकिन इससे सरकार बनाने पर कोई असर नहीं पड़ेगा.