सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी के शेयर हाथ जलाये निवेशक आईपीओ मार्केट से दूरी बनाए हुए हैं. एलआईसी के बाद बाजार में कई कंपनियां लिस्ट हुईं लेकिन उनमें निवेशकों ने खास उत्साह नहीं दिखाया. बाजार नियामक सेबी ने अब Tata Play और ideaForge Tech के IPO को मंजूरी दी है. ideaForge Technology मुंबई की कंपनी है जो ड्रोन बनाती है. वहीं Tata Play टाटा ग्रुप की प्रमुख DTH कंपनी है. ideaForge Technology के IPO में 300 करोड़ रुपए के ताजा शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा 48 लाख 69 हज़ार शेयरों को ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बिक्री के लिए रखा जाएगा.
IdeaForge कहां करेगी IPO की रकम का इस्तेमाल? IdeaForge Technology ने इस साल फरवरी में सेबी के साथ अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दायर किया है. कंपनी को 13 अप्रैल को रेगुलेटर से एक ऑब्जर्बेशन मिला है. नए इश्यू से 50 करोड़ रुपये की आय का उपयोग डेट पेमेंट के लिए किया जाएगा, 135 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और प्रोडक्ट डेवलपमेंट और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्यों में निवेश के लिए 40 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
टाटा प्ले ने चुना कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग ऑप्शन टाटा प्ले जिसका पहले नाम टाटा स्काई था यह कंपनी टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी है. टाटा प्ले भारत की पहली कंपनी है जिसने ड्राफ्ट पेपर दाखिल करने के लिए कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग ऑप्शन का इस्तेमाल किया है.टाटा प्ले ने दिसंबर में सेबी को ये डॉक्यूमेंट जमा किया था और 26 अप्रैल को कंपनी को रेगुलेटर का ऑब्जर्वेशन लेटर मिला था.
क्या होता है कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग ऑप्शन इस तरह की फाइलिंग में ऑफर डॉक्यूमेंट्स को सेबी और एक्सचेंज के अलावा कोई और नहीं देख सकता है. इसके बारे में कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं होती है, इसलिए कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा, कोई मीडिया या इन्वेस्टर स्क्रूटनी नहीं होगी, और कोई तारीख तय करने की जल्दी नहीं होगी. बाद में अगर कंपनी सेबी की प्रतिक्रिया जारी करने के बाद आईपीओ लॉन्च करने का मन बनाती है तो कंपनी को फिर से सेबी के पास अपडेटेड ड्रॉफ्ट पेपर दाखिल करना होता है और इसे सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करा सकती है.
एक्सपर्ट की राय शेयर इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट एवं रिसर्च हेड डॉ रवि सिंह साल 2004 के बाद टाटा ग्रुप की कोई कंपनी लिस्टिंग के शेयर बाजार में आ रही है. टाटा प्ले डीटीएच क्षेत्र की प्रमुख कंपनी है. इसका नेटवर्क काफी मजबूत है. सेबी की मंजूरी के बाद किसी कंपनी को लिस्टिंग के लिए 18 महीने का समय मिलता है. टाटा प्ले की बुनियाद मजबूत है. इसके आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है. दूसरी ओर आइडियाफोर्ज ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़ी है. आने वाले दिनों में ड्रोन की अच्छी मांग का अनुमान है. इस कंपनी के आईपीओ में भी निवेश किया जा सकता है.
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