घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुझान और ब्याज दर पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्णय से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. उनका कहना है कि अंतरिम बजट और अमेरिकी केंद्रीय बैंक के नीतिगत निर्णय के बाद अब बाजार भागीदारों का ध्यान केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर है.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर, एमपीसी (मौद्रिक नीति समिति) की बैठक छह-आठ फरवरी को होने वाली है. कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों पर भी सभी की निगाह रहेगी. इस हफ्ते भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, नेस्ले, ल्यूपिन और टाटा पावर अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी.’’
उन्होंने कहा कि इसके अलावा बाजार भागीदार डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों पर भी नजर रखेंगे. साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की गतिविधियां भी महत्वपूर्ण रहेंगी.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों और अंतरिम बजट के बाद सभी की निगाहें इस हफ्ते आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक पर होंगी.’’
पिछले हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,384.96 अंक या 1.95 प्रतिशत के लाभ में रहा. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 501.2 अंक या 2.34 प्रतिशत चढ़ गया. शुक्रवार को निफ्टी अपने 22,126.80 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा.
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘अब बाजार का ध्यान चालू वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही के नतीजों पर रहेगा. आने वाले दिनों में अशोक लेलैंड, भारती एयरटेल, अपोलो टायर्स, नेस्ले, ग्रासिम, एलआईसी जैसी कई कंपनियां अपने नतीजे घोषित करेंगी.’’
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि इस हफ्ते बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहेगा. सभी की निगाह कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक पर रहेंगी. वैश्विक मोर्चे पर हमारा अनुमान है कि अमेरिकी बाजार में उछाल से स्थानीय शेयर बाजारों को भी मजबूती मिलेगी.’’