कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी की चीफ माधबी पुरी का कहना है कि रजिस्ट्रेशन की आसान प्रक्रिया के बावजूद देश के करीब 35 फीसद निवेश सलाहकार सेबी के साथ रजिस्टर नहीं हैं. माधबी पुरी ने यह बयान रजिस्टर्ड निवेश सलाहकारों के संगठन ARIA के कार्यक्रम के दौरान दिया है. उन्होंने इंडस्ट्री से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में निवेश सलाहकारों को सेबी के साथ पंजीकृत करवाएं. सेबी की वेबसाइट के मुताबिक 1,314 निवेश सलाहकार उसके साथ रजिस्टर हैं.
मार्केट रेग्युलेटर सेबी प्रमुख बनने वाली पहली महिला बुच की टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं जब देश में अभूतपूर्व खुदरा निवेश में उछाल देखने को मिल रहा है. साथ ही इक्विटी ट्रेडिंग में व्यक्तिगत निवेशकों की बड़ी भागीदारी देखी जा रही है. भारत का शेयर बाजार लगातार तीसरे साल अपने उभरते बाजार समकक्षों और एशियाई प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार है.
माधबी पुरी ने कहा है कि हमें अच्छे लोगों की जरूरत है जो हमारे पास आएं और हमें बताएं कि बाजार में क्या गलतियां हैं. उन्होंने कहा कि भारत में दस लाख निवेश सलाहकार रखने की क्षमता है, लेकिन उद्योग समूहों को अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव नियामक के साथ साझा करने की जरूरत है. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक दर्जन से अधिक नियमों के अनुपालन की लागत को सरल बनाने, आसान बनाने और कम करने के लिए सुझाव मांगे हैं. कुछ नियम म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो प्रबंधकों, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और निवेश सलाहकारों से संबंधित हैं.