NSE ने घटाया ट्रांजैक्‍शन चार्ज, अब शेयर खरीदना-बेचना होगा सस्‍ता

एनएसई ने ट्रांजैक्‍शन चार्ज में 1 फीसद कटौती को मंजूरी दी है. ये कटौती 1 अप्रैल से लागू होगी

NSE ने घटाया ट्रांजैक्‍शन चार्ज, अब शेयर खरीदना-बेचना होगा सस्‍ता

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट की इक्विटी ट्रेडिंग पर लगने वाले ट्रांजैक्शन चार्ज को कम कर दिया है. इससे निवेशकों को फायदा मिलेगा, वे सस्‍ते में शेयर खरीद व बेच सकेंगे. एनएसई के बोर्ड ने मंगलवार यानी 12 मार्च को इन सेगमेंट पर लगने वाले ट्रांजैक्‍शन चार्ज में 1 फीसद कटौती को मंजूरी दे दी है. ये कटौती 1 अप्रैल से लागू होगी.

NSE के इस फैसले से सालाना आय पर करीब 130 करोड़ रुपए का असर होगा. ट्रांजैक्शन चार्ज में कटौती के अलावा NSE ने टेक्नोलॉजी और एजुकेशन जैसे गैर-प्रमुख कारोबार से बाहर निकलने का भी ऐलान किया है. NSE की इस विनिवेश प्रक्रिया में 60 पार्टियों ने दिलचस्‍पी दिखाई और 7 ने नॉन-बाइंडिंग बोली लगाई है. इनमें से 2 खरीदारों से अंतिम प्रस्ताव मिले है, नतीजतन सबसे ज्‍यादा बोली लगाने वाले खास बातचीत प्रक्रिया में दाखिल हुए. बिक्री प्रक्रिया में एवेंडस ने लेनदेन सलाहकार की भूमिका में है, वहीं फाइनेंस और टैक्‍स के लिए डेलॉइट का समर्थन है. इस बिक्री प्रक्रिया के पूरी होने की संभावित तारीख 31 मार्च 2024 है.

NSEIT बेच रही अपना डिजिटल कारोबार

NSE की 100% हिस्सेदारी वाली सब्सिडियरी NSEIT अपने डिजिटल टेक्नोलॉजी कारोबार के साथ NSEIT US, Aujas Cybersecurity और CXIO Technologies की बिक्री कर रही है. ये बिक्री इंवेस्‍टकॉर्प को 1000 करोड़ रुपए में होगी. NSE के डिजिटल टेक्नोलॉजी कारोबार की एंटरप्राइज वैल्यू 425 से 475 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है. बता दें एनएसईआईटी के स्टैंडअलोन व्यवसाय में दो अहम हिस्‍से शामिल हैं. जिसमें पहला है डिजिटल परीक्षा व्यवसाय और दूसरा है डिजिटल टेक्‍नोलॉजी व्यवसाय. एनएसई ने जारी एक नोटिस में कहा कि यह एक व्यावसायिक खंड है और एनएसईआईटी स्टैंडअलोन के भीतर एक अलग इकाई नहीं है, ऐसे में डिसइंवेस्‍मेंट को स्‍लंप सेल के जरिए आयोजित करने पर सहमति बनी है.

Published - March 12, 2024, 03:41 IST