शेयर बाजार में मद्रास रबर फैक्टरी (MRF) का शेयर मंगलवार को कैश सेगमेंट में 1 लाख के आंकड़े को पार कर गया. दिन के दौरान शेयर 1,00,439.95 के स्तर पर पहुंचा और कारोबार की समाप्ति भी बढ़त के साथ ही हुई. आज यह शेयर 931.45 की बढ़त के साथ 99,900 रुपए पर बंद हुआ. इससे पहले 8 मई को इस शेयर ने F&O यानी वायदा बाजार में 1 लाख रुपए का आंकड़ा पार किया था.
पिछले साल 17 जून 2022 को एमआरएफ का शेयर एक साल के निचले स्तर 65,900.05 रुपए पर था. इसके बाद शेयरों में खरीद बढ़ी तो एक साल में ही 52 फीसदी चढ़कर 13 जून 2023 यानी आज 1,00,439.95 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया.
कब-कब बढ़ा शेयर?
एमआरएफ के शेयर ने 3 मई 1995 को 1000 रुपए का स्तर छुआ था. फरवरी 2012 में यह 10,000 रुपए, सितंबर 2014 में 25,000, सितंबर 2016 में 50,000 उसके बाद 2018 में 75,000 और अब जून 2023 में एक लाख का स्तर पर पहुंचा है. हालांकि इस बीच इस शेयर ने कई बार 99 हजार का स्तर पार किया था लेकिन कभी एक लाख रुपए के स्तर को फांद नहीं पाया. कैश सेगमेंट में यह पहली बार हुआ है कि किसी शेयर ने छह अंकों का स्तर पार किया है.
MRF में तेजी का कारण?
एक्सपर्ट्स के अनुसार इस कंपनी ने अपने शेयर को कभी भी स्प्लिट नहीं किया यानी विभाजित नहीं किया है और बोनस की घोषणा भी नहीं की है. बीएसई (BSE) पर मौजूद जानकारी के मुताबिक MRF ने 2000 से लेकर आज तक एक बार भी न तो बोनस शेयर की घोषणा की है और न ही स्टॉक स्प्लिट किया.
MRF कंपनी का इतिहास
MRF एक भारतीय टायर कंपनी है. इसकी कारोबारी शुरुआत मद्रास में टॉय बैलून मैनुफैक्चरिंग यूनिट के तौर पर 1946 में हुई थी. पहली बार इस कंपनी साल 2007 में 100 करोड़ डॉलर का टर्नओवर हासिल किया था. साल 2011 में कंपनी का टर्नओवर का लेवल 200 करोड़ डॉलर पहुंच गया था. वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में इसका शुद्ध मुनाफा 169.22 करोड़ रुपए से बढ़कर 410.66 करोड़ रुपए हो गया था. वहीं इसी अवधि में कंपनी का राजस्व 5,534.92 करोड़ रुपए से बढ़कर 5,725.39 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था.