वैश्विक और घरेलू दोनों ही बाज़ारों में आईटी शेयरों में बिकवाली का दौर जारी है. मंगलवार को निफ्टी का आईटी इंडेक्स दो फीसद से ज्यादा लुढ़क गया. इस गिरावट का बड़ा कारण है अमेरिका बेस्ड आईटी सर्विसेज कंपनी ईपैम (EPAM) का मौजूदा वर्ष के लिए रेवेन्यू ग्रोथ के आउटलुक में कटौती करना. इस वजह से आईटी शेयरों में बड़ी गिरावट आ रही है.
ईपीएएम ने कहा कि लोगों के ग़ैर ज़रूरी खर्चों में कमी आने की वजह से उसकी बिक्री में 500 बेसिस प्वाइंट यानी 5 फ़ीसदी की गिरावट आई है. कंपनी अब अपने राजस्व में साल-दर-साल आधार पर 2 फ़ीसदी की कमी देख रही है जबकि इसके पहले 3 फ़ीसदी से वृद्धि का अनुमान था.
उत्तरी अमेरिका, यूरोप और यूके भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र बने हुए हैं. इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, एलटीआईएमइंडट्री, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स के शेयर मंगलवार को EPAM के आउटलुक में कटौती के अनुमान की वजह से पांच फ़ीसदी तक फिसल गए. एनएसई पर सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी आईटी इंडेक्स सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ. इसमें दो फीसद की गिरावट दर्ज हुई. आईटी इंडेक्स में यह पिछले दो महीने की सबसे बड़ी गिरावट है.
बना रहेगा दबाव
कोविड के दौरान उछाल के बाद विकास दर में नरमी और केवल लागत निकालने जैसे आवश्यक खर्चों पर ग्राहकों का बढ़ता ध्यान, हाल के दिनों में इन शेयरों में गिरावट की वजह बना है. निफ्टी आईटी इंडेक्स एक साल की अवधि में लगभग 4 फ़ीसदी लुढ़क गया है. फंड मैनेजरों और विश्लेषकों ने कहा कि आईटी शेयर निकट भविष्य में भी दबाव में रह सकते हैं क्योंकि विकसित बाजारों में आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच इनके आय की संभावनाएं कमज़ोर दिख रही हैं.
उठाना चाहिए गिरावट का फ़ायदा?
इस गिरावट के माहौल में कई लोगों के ये सवाल भी वाजिब हैं कि क्या उन्हें Infosys, TCS या Wipro में आपको निवेश करना चाहिए? इस संबंध में हेलो मनी9 के एपिसोड में टेक्निकल एनालिस्ट नितिलेश पावस्कर ने अपनी राय दी है. देखिए…