कंपनियों को करनी होगी खबरों की पुष्टि या खंडन, SEBI कर रही नए नियम लाने पर विचार

सॉफ्टबैंक पेटीएम में अपनी 4.5 फीसद हिस्सेदारी बेचेगा इस खबर के बाद एक दिन में पेटीएम का शेयर 10 फीसद तक टूट गया.

कंपनियों को करनी होगी खबरों की पुष्टि या खंडन, SEBI कर रही नए नियम लाने पर विचार

सॉफ्टबैंक, पेटीएम में अपनी 4.5 फीसद हिस्सेदारी बेचेगा इस खबर के बाद एक दिन में पेटीएम का शेयर 10 फीसद तक टूट गया. हालांकि पेटीएम ने न तो इस खबर की पुष्टि की और न ही इसे खारिज किया. एक और मामला सुनिए, LIC अपने निवेशकों को बोनस शेयर दे सकता है इस खबर का कंपनी के शेयर पर असर दिखा हालांकि न कंपनी ने कोई पुष्टि की और न ही किसी बोनस की घोषणा. लेकिन आने वाले दिनों में ऐसा नहीं होगा यानी कंपनियों को खबर की पुष्टि या उनका खंडन करना होगा.

कंपनियों को करनी होगा खबरों की पुष्टि या खंडन

शेयर बाजार में बीते तीन वर्षों में रिटेल निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी है और इनके हितों की रक्षा के लिए सेबी नए नियमों पर विचार कर रही है. कंपनियों के डिस्कलोजर नियमों पर सेबी ने प्रस्ताव दिया है कि किसी भी कंपनी के बारे में मीडिया में चली खबर को या तो संबंधित कंपनी को पुष्टि करनी होगी या खंडन, इसके अलावा ऐसी कोई भी खबर जो कंपनी के टर्नओवर, मुनाफे, शेयर के भाव में बड़ा बदलाव लाने वाली हो तो कंपनी को अपनी तरफ से एक्सचेंज को इसकी जानकारी देनी होगी.

खबरों को लेकर कंपनियां अपनाती है ढुलमुल रवैया

अभी तक मीडिया में चलने वाली खबरों को लेकर कंपनियों की तरफ से ढुलमुल रवैया अपनाया जाता है. यह बदलाव अमल में आ जाता है तो इन्‍वेस्‍टर्स के सामने कभी भी दुविधा की स्थिति उत्‍पन्‍न नहीं होगी. इसके अलावा सेबी ने पहली बार कंपनियों का फिजिकल इंस्‍पेक्‍शन करना शुरू किया है.

बायबैक नियमों में बदलाव पर अपडेट

ऐसा ही एक बदलाव कंपनियों के शेयर बायबैक नियमों में दिखने वाला है. बायबैक नियमों में बदलाव पर सलाह के लिए HDFC के वाइस चेयरपर्सन केकी मिस्‍त्री की अध्‍यक्षता में गठित पैनल ने बायबैक अवधि को मौजूदा अवधि के मुकाबले घटाकर सिर्फ 10 फीसद रखने का सुझाव दिया है. इसके अलावा स्टॉक एक्सचेंजों पर बायबैक के लिए स्पेशल विंडो शुरू करने का भी सुझाव दिया है.

फाइनेंशियल इन्‍फ्लूएशंर्स पर चलेगा सेबी का डंडा

बाजार नियामक इतने पर ही नहीं रुका है. सेबी का डंडा फाइनेंशियल इन्‍फ्लूएशंर्स पर भी चलने वाला है. ये वो लोग हैं जिनकी सोशल मीडिया पर ठीकठाक फैन फॉलोइंग है. और सोशल मीडिया पर खुले तौर पर शेयर ट्रेड की सलाह देते हैं. माना जाता है कि शेयर को प्रभावित करने के लिए फाइनेंशियल इंन्फ्लूएंशर्स सोशल मीडिया पर सलाह देते हैं. उनकी सलाह से कई बार निवेशकों को घाटा भी होता है. सेबी जल्द इन फाइनेंशियल इन्फ्लूएंशर्स के लिए भी नियम जारी कर सकता है.

Published - November 19, 2022, 05:00 IST