अदानी समूह के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान भारी गिरावट दर्ज की गई. अमेरिकी जांच एजेंसी अदानी समूह के संभावित रिश्वत देने के आरोपों की जांच कर रही है. समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि एक एनर्जी प्रोजेक्ट के मामले में अदानी ग्रुप द्वारा अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों की जांच चल रही है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट का यूएस एटॉर्नी ऑफिस और वाशिंगटन स्थित जस्टिस डिपार्टमेंट की फ्रॉड यूनिट ये इंवेस्टिगेशन कर रही है. इसके अलावा भारतीय रीन्यूएबल एनर्जी कंपनी एज्योर पावर ग्लोबल (Azure Power Global) की भी जांच चल रही है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट पर अदानी ग्रुप ने कहा कि उनके चेयरमैन के खिलाफ कोई जांच चल रही है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.
अदानी ग्रुप के स्टॉक्स टूटे
खबर लिखे जाते समय अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (ADANI GREEN ENERGY LIMITED) 1.83 फीसद की गिरावट के साथ 1867.80 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. वहीं, अदानी एंटरप्राइजेज 1.16 फीसद टूट कर 3095.85 के स्तर पर कारोबार करते नजर आए. अदानी पोर्ट्स एंड सेज (ADANI PORTS AND SPECIAL ECONOMIC ZONE LIMITED) 2.13 फीसद की गिरावट के साथ 1255.65 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस के स्टॉक्स 2.90 फीसद टूट कर 1015.50 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे. एसीसी लिमिटेड भी 2.56 फीसद की गिरावट के साथ 2438.90 रुपये पर कारोबार करता नजर आया.
बॉन्ड कीमतों में भी आई गिरावट
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2032 वाले अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनोमिक जोन के बॉन्ड की यील्ड में 38 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी देखी गई और यह 7.20 फीसद पर पहुंच गया. कारोबार के दौरान यह 7.36 फीसद पर पहुंच गया था जो फरवरी के बाद एक दिन में हुई सबसे अधिक बढ़ोतरी थी. इससे बॉन्ड की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. सबसे अधिक सक्रिय डॉलर बॉन्डों में आई दैनिक गिरावट 6-12 महीने की सबसे बड़ी गिरावट रही.
अदानी ग्रुप करेगा 14 अरब डॉलर का निवेश
अदानी ग्रुप ने 1 अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष में बंदरगाह, ऊर्जा, हवाई अड्डा, कमोडिटी, सीमेंट और मीडिया क्षेत्र के अपने कारोबार में 1.2 लाख करोड़ रुपए (लगभग 14 अरब अमेरिकी डॉलर) से ज्यादा का निवेश करने की योजना बनाई है. सूत्रों ने कहा कि समूह ने अगले 7-10 वर्षों में कारोबार के विस्तार के लिए अपने निवेश पूर्वानुमान को 100 अरब डॉलर से बढ़ाकर दोगुना कर दिया है. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमानित पूंजीगत खर्च इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 40 फीसद अधिक है.