कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने शेयर बाजार के विश्लेषकों के लिए अलग से नई संस्था बनाने का प्रस्ताव दिया है. संस्था का काम बाजार विश्लेषकों पर निगरानी रखने के साथ उनका प्रबंधन करना भी होगा. संस्था का नाम रिसर्च एनालिस्ट एडमिनिस्ट्रेशन एंड सुपरवाइजरी बॉडी (आरएएएसबी) होगा. यह संस्था ठीक उसी तरह काम करेगी, जिस तरह निवेश सलाहकारों की निगरानी के लिए बनी संस्था काम कर रही है.
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परामर्श पत्र में कहा है कि प्रस्तावित संस्था को बाजार विश्लेषकों पर किसी भी तरह का अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं डालना चाहिए. इसके अलावा मौजूदा बाजार विश्लेषक नियमों के तहत निर्धारित आवेदन शुल्क एवं पंजीकरण शुल्क को भी युक्तिसंगत बनाने की बात कही गई है. बता दें कि मौजूदा समय में रिसर्च रिपोर्ट, खरीद और बिक्री का सुझाव देने वाले बाजार विश्लेषक को सेबी के साथ पंजीकृत होना जरूरी है. सेबी ने ऐसे रजिस्ट्रेशन के लिए पात्रता की शर्तें और अन्य मानकों के लिए व्यापक ढांचा पेश किया है.
सेबी ने यह सुझाव दिया है कि आरएएएसबी की सदस्यता को किसी शोध विश्लेषक को पंजीकरण प्रमाणपत्र देने के लिए एक योग्यता मानदंड के रूप में देखा जाना चाहिए. प्रस्तावित संस्था के बारे में लोगों से 12 सितंबर तक टिप्पणियां आमंत्रित की गई हैं.