दाम बढ़ाकर डिस्काउंट का हथकंडा अपनाती हैं e-Commerce कंपनियां!

थिंक टैंक कट्स इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि e-Commerce प्लेटफॉर्म्स पर उत्पादों के दाम बढ़ाकर छूट की पेशकश करने का अनुचित तरीका अपनाया जा रहा है

दाम बढ़ाकर डिस्काउंट का हथकंडा अपनाती हैं e-Commerce कंपनियां!

सरकार और रेग्युलेटर एजेंसियों को e-Commerce क्षेत्र में व्याप्त अनुचित कारोबारी तौर-तरीकों पर लगाम लगाने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है. शनिवार को एक रिपोर्ट में यह सुझाव दिया गया. थिंक टैंक कट्स इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि e-Commerce प्लेटफॉर्म्स पर उत्पादों के दाम बढ़ाकर छूट की पेशकश करने का अनुचित तरीका अपनाया जा रहा है. इससे ग्राहकों के मन में उत्पाद की खरीद पर बचत होने का भ्रम पैदा होता है जबकि असल में उन उत्पादों की वास्तविक कीमत कम ही होती है.

रिपोर्ट के मुताबिक, e-Commerce प्लेटफॉर्म्स की तरफ से समय-समय पर बिक्री सेल के आयोजन पर पूरी तरह रोक लगाने के बजाय सरकार को उपभोक्ता अधिकारों के संरक्षण की दिशा में सख्ती बरतनी चाहिए. इससे सभी बाजार प्रतिभागियों के लिए समान अवसर मुहैया कराए जा सकेंगे.

भारत में e-Commerce के संदर्भ में वाणिज्य की स्थिति पर जारी रिपोर्ट कहती है कि एक निष्पक्ष एवं टिकाऊ e-Commerce पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है कि विक्रेताओं के पास अपने उत्पादों की कीमतें तय करने की स्वायत्तता हो. इसके मुताबिक, विक्रेताओं पर अतिरिक्त छूट का बोझ डालने से वित्तीय तनाव बढ़ता है और मुनाफे के मार्जिन पर भी असर पड़ता है.

रिपोर्ट में भारी छूट देने और प्रतिस्पर्द्धा को खत्म करने के लिए जानबूझकर कीमत को बहुत कम रखने के बीच फर्क करने का सुझाव भी दिया गया है. रिपोर्ट कहती है, ‘नीति-निर्माताओं, नियामकों एवं हितधारकों के लिए इन दोनों अवधारणाओं के बीच फर्क करने के लिए इन्हें परिभाषित करना महत्वपूर्ण है.’

रिपोर्ट के मुताबिक, उपभोक्ता कल्याण को अहमियत देने और सभी विक्रेताओं के लिए एकसमान अवसर मुहैया कराने के लिए जरूरी है कि e-Commerce कंपनियां ऐसे तौर-तरीकों में लिप्त होने से परहेज करें. इन कंपनियों को क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री मुहैया कराने को भी कहा गया है.

Published - October 28, 2023, 06:04 IST