भतीजी सुरेखा और बुआ अजीब उलझन में डूबी हैं. सुरेखा की मौसी ने मांग लिया है पैसा और मौसा रामप्रकाश पड़े हैं अस्पताल में.
कमरे में पड़े गुप्ता जी पंखे को ताक रहे थे, दूसरी तरफ से जैसे पंखा एकटक उन्हें घूर रहा था. पसीना गुप्ता जी के सिर से पैर तक बह रहा था.
LIC के IPO में मौसा रामप्रकाश ने लपेट लिया आधा गांव. अब बुआ हैं गुस्से में लाल. फूफा की पड़ी डांट और भतीजी सुरेखा भी हुई परेशान. तो क्या है माजरा.
रामू की दुकान के पास हंगामा मचा है. भीड़ इकट्ठी हो गई है. सब्जी खरीद रहे गुल्लू रामू की दुकान की तरफ दौड़ पड़े.
नकली नोटों ने तो बुआ और फूफा का बड़ा नुकसान करा दिया. लेकिन नकली नोट आ कहां से रहे हैं? ये सवाल तो सुरेखा को भी परेशान कर रहा है.
बाजार में मची है हाहाकार. लेकिन, ऐसे दौर में अधीर की मौज हो गई है. वे हैं तगड़े मंदड़िये. उधर, सुधीर भाई दुखी हैं. तेजी का कोई दांव नहीं चल पा रहा.
क्रिप्टो का सितारा डूब गया है. शेयर बाजार में भी अंधियारा छा गया है. अपना दर्द मन में छिपाए रसिक ने कार्तिक की वाट लगाने की कोशिश की.
गुप्ता जी कह रहे हैं कि शेयर बाजार में गिरावट है, सोना चमक नहीं रहा, प्रॉपर्टी बाजार में मंदी है...लेकिन गुप्ता जी को गुल्लू की सलाह है.
रामू नाराज है क्योंकि गुप्ता जी ने उसे महंगा आटा दिया है. गुल्लू और रामू दोनों बैठे बस बात ही कर रहे थे कि तभी गुप्ता जी पहुंच गए रामू की दुकान पर
मानसून के बादल बुआ के गांव पहुंचने लगे हैं. पकौड़े खाते हुए बुआ की फुफा से होने लगी है तकरार. देखें ये वीडियो.