आज विक्रम पहले से आकर पेड़ के नीचे बैठ गया था. बेताल नॉर्थ ब्लॉक के गलियारों में झांकने गया था. लौटते हुए उसने एक चक्कर संसद का भी लगाया
कंपनी के मालिक अपने शेयर गिरवी रखकर कर्ज ले लेते हैं. कैसे मिलता है इस तरह का कर्ज? निवेशकों को इनमें किस बात का ध्यान रखना चाहिए? इनके बारे में ज्य
मनीसेंट्रल में कई महत्वपूर्ण सवालों पर चर्चा कर रहे हैं अंशुमान तिवारी और शुभम शंखधर. क्या कर्ज महंगे होने वाले हैं? 2023 की ग्रोथ को लेकर क्यों है मत
आप हैरत में पड़ जाएंंगे अगर हम कहें कि कई दफा किसी बड़ी क्राइसिस में कुछ अच्छे या बड़े सृजन के बीज दबे होते हैं.
प्रमोटर की हिस्सेदारी का मतलब है कि कंपनी के कुल शेयरों में से प्रमोटर यानी मालिक के पास कितनी हिस्सा है. इसके बारे में और जानने के लिए देखिए ये वी
बेताल पेड़ पर बैठा सुस्ता रहा था. विक्रम ने पिछली दफा मुश्किल सवालों में जो घेर दिया था. इस बार बेताल मन बनाए बैठा था कि विक्रम की चालबाजी में नहीं आए
विक्रम चाय सुड़क रहा था. आज बेताल की तरफ जाने का मन नहीं था उसका. उधर पेड़ पर टंगा प्रेत दूर से इशारे कर रहा था, विक्रम तुझे आना होगा.