DDA और नोएडा जैसे कुछ प्राधिकरण अपनी संपत्तियों को लीज पर बेचते हैं. लीज खत्म होने पर क्या है प्रॉपर्टी को लेकर प्रावधान, देखिए इस वीडियो में...
FD की तरह इनके मैच्योर होने का एक तय तिथि होती है, इसलिए इन्हें टारगेट मैच्योरिटी फंड कहते हैं.
टारगेट मैच्योरिटी फंड ऐसे डेट फंड होते हैं जिनकी परिपक्वता अवधि उन बांड की परिपक्वता अवधि से मैच करती है, जिनमें इन्होंने निवेश किया होता है.
अक्सर Holding कंपनियों के शेयर किफायती रेट पर मिलते हैं. होल्डिंग कंपनियों के अलग-अलग स्वरूप को समझने के लिए देखिए मनी9 का यह खास वीडियो-
अमेरिका और यूरोप के देशों ने SWIFT से रूसी बैंकों को बाहर करके चीन को क्या संदेश दिया है? युद्ध से भारत और रूस के व्यापार पर कितना असर पड़ेगा?
पुरानी पेंशन बहाली में सबसे बड़ी रुकावट क्या है? GDP ग्रोथ आंकड़ों के अंदर क्या छिपा है? कैसे महंगाई की नई किस्त शुरू हो चुकी है?
महज 10 दिनों में (11 ले 24 फरवरी) सेंसेक्स निफ्टी 6 फीसद से ज्यादा टूट गए. बाजार में 21 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई डूब गई.
कई लोग मार्केट कैप से कंपनी की कीमत का अंदाजा लगाते हैं, तो कुछ लोग Enterprise value को इसका ज्यादा सटीक तरीका बताते हैं.
क्या होती हैं होल्डिंग कंपनियां? आखिर ये कंपनियां करती क्या हैं? क्या होल्डिंग कंपनियों के शेयर सस्ते होते हैं और क्या वाकई इनमें कमाई का मौका मिलेगा
हिट एंड रन मामले में अब ज्यादा मुआवजा, मारुति कार चलाने वालों के लिए अच्छी खबर...जानने के लिए देखिए Money Time