Stock Market: शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और सेंसेक्स 1,128 अंक चढ़ गया. यह दो माह में सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है. सकारात्मक वैश्विक रुख के बीच वित्तीय, आईटी और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बढ़त से सेंसेक्स अपने दो सप्ताह के उच्चस्तर पर बंद हुआ. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,128.08 अंक या 2.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,136.58 अंक पर पहुंच गया. यह 16 मार्च के बाद इसका उच्चस्तर है.
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 337.80 अंक या 2.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,800 अंक के पार 14,845.10 अंक के अपने दो सप्ताह के उच्चस्तर पर बंद हुआ. यह दो फरवरी के बाद इसकी एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है.
Stock Market: रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख-रणनीति विनोद मोदी ने कहा, ‘‘आईटी, मेटल्स, फार्मा और एफएमसीजी कंपनियों में जबर्दस्त लिवाली से घरेलू बाजारों में तेजी आई.’’
उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन सकारात्मक वैश्विक रुख से घरेलू बाजारों को समर्थन मिला.
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक का शेयर सबसे अधिक करीब 4.11 प्रतिशत चढ़ गया. एचसीएल टेक में 3.91 प्रतिशत, इन्फोसिस में 3.69 प्रतिशत और एनटीपीसी में 3.6 प्रतिशत का लाभ रहा. इसके अलावा नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी, पावरग्रिड, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी लाभ में रहे.
वहीं दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल और एक्सिस बैंक के शेयरों में गिरावट आई.
Stock Market: एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 3,000 अरब डॉलर के बुनियादी ढांचा पैकेज की घोषणा करने वाले हैं. मजबूत वैश्विक रुख के बीच घरेलू बाजार भी बढ़त के साथ खुले. निवेशकों ने कुछ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को नजरअंदाज किया क्योंकि सरकार व्यापक पैमाने पर टीकाकरण की तैयारी कर रही है.’’
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 1.30 प्रतिशत तक चढ़ गए.
अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी बढ़त में थे.
इस बीच, वैश्विक मानक ब्रेंट कच्चा तेल 0.49 प्रतिशत के नुकसान से 64.60 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87 पैसे टूटकर एक माह के निचले स्तर 73.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष एवं बुनियादी शोध प्रमुख रुस्मिक ओझा ने कहा, ‘‘आज की गिरावट को छोड़ दिया जाए, तो रुपया स्थिर है. हालांकि, इस दौरान डॉलर सूचकांक मजबूत हुआ है. अमेरिका में 10 साल के बांड पर प्रतिफल में बड़ा इजाफा हुआ है, वहीं भारत में 10 साल के बांड पर निवेश का प्रतिफल स्थिर है.’’
उन्होंने कहा कि ये दो कारक भारत के पक्ष में जाते हैं. इससे भारतीय शेयर बाजारों का प्रदर्शन उभरते बाजारों के अपने समकक्षों की तुलना में बेहतर रहेगा.