Demat Account: शेयर बाजार में निवेश के लिए डीमैट खाता अनिवार्य होता है. जैसे बैंक खाते में आपके पैसे सुरक्षित रखे जाते हैं वैसे ही डीमैट खाते में आपके शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखे जाते हैं. भारत में शेयर बाजार में निवेश के लिए कई तरह के डीमैट खाते होते हैं.
डीमैट खाते 3 तरह के हैं जो निवेशकों की प्रफाइल के मुताबिक अलग-अलग जरूरतों के लिए बनाए गए हैं.
रेगुलर डीमैट खाता
आम भारतीय निवेशकों के लिए रेगुलर डीमैट खाता इस्तेमाल किया जाता है. जो भारतीय निवेशक और ट्रेडर देश में ही रहते हैं और यहीं के शेयर बाजार में निवेश करते हैं. आप ये रेगुलर डीमैट खाता (Demat Account) किसी भी डिपॉजिट्री – CDSL या NSDL पर रजिस्टर्ड ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं. इस खाते के जरिए इलेक्टरॉनिकली शेयरों में निवेश और ट्रेड कर सकते हैं.
रिपाट्रिएबल डीमैट अकाउंट
ये खाता नॉन-रेजिडेंट इंडियन्स यानि NRIs के लिए होता है. इस डीमैट अकाउंट के जरिए NRIs भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं – दुनिया के किसी भी कोने से. इस खाते के जरिए ट्रेडर्स और निवेशक विदेश में फंड ट्रांसफर भी कर सकते हैं. लेकिन फंड ट्रांसफर सुविधा के लिए उनके पास NRE बैंक खाता भी होना चाहिए. इस खाते में जॉइंट होल्डर भी शामिल कर सकते हैं जिन्हें भारतीय नागरिक होना चाहिए. हालांकि वे कहां रह रहे हैं उसपर कोई पाबंदी नहीं है. इस डीमैट खाते में भी नॉमिनेशन सुविधा होती है.
ये डीमैट खाता (Demat Account) खुलवाने के लिए NRIs को पासपोर्ट की एक कॉपी, PAN कार्ड, वीजा, विदेश में अपना पता, पासपोर्ट साइज फोटो और साथ ही में FEMA डिक्लेरशन और NRE या NRO खाते का कैंसल्ड चेक भी देना होगा.
नॉन-रिपाट्रिएबल डीमैट अकाउंट
ये खाता भी NRIs के लिए ही होता है लेकिन इस खाते से विदेश में फंड ट्रांसफर नहीं किए जा सकते. इस खाते के लिए NRO बैंक अकाउंट की जरूरत होती है. ये खाता उनके लिए है जिनकी आय भारत और विदेश दोनों में है. देश के अंदर और विदेश की कमाई को एक साथ मैनेज करने के लिए NRO खाते का इस्तेमाल किया जाता है.