स्टॉक मार्केट (Stock Market) में BSE में कम से कम 29 शेयर ऐसे हैं जिन्होंने निवेशकों को कभी निराश नहीं किया है. नोटबंदी हो या चुनाव और या कोरोना संक्रमण इन शेयरों ने हमेशा निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है. इन शेयरों ने मार्च 2016 के बाद से साल-दर-साल हमेशा सकारात्मक रिटर्न दिया है. जबकि भारतीय इक्विटी बाजारों (Stock Market) ने पिछले पांच सालों में प्रमुख आर्थिक बदलावों के बाद काफी अस्थिरता दिखी है.
इस सूची में अगर शेयरों की बात करें तो AGC Networks, Alkyl Amines Chemicals, Deepak Nitrite और Hindustan Foods आदि शामिल हैं. इसमें AGC Networks के शेयरों में वित्त वर्ष 2021 में 446 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2020 में 110 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2019 में 13 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2018 में 8 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2017 में 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसी तरह से अल्किल एमाइन केमिकल्स, दीपक नाइट्राइट और हिंदुस्तान फूड्स पिछले पांच वित्तीय वर्षों के दौरान 10 प्रतिशत से 372 प्रतिशत तक बढ़े हैं.
वहीं वित्त वर्ष 2021 में बीएसई सेंसेक्स 68 प्रतिशत बढ़ा, जबकि वित्त वर्ष 2020 में यह 24 प्रतिशत फिसल गया. इस दौरान सूचकांक वित्त वर्ष 2019, 2018 और 2017 में क्रमशः 17 प्रतिशत, 11 प्रतिशत और 17 प्रतिशत रहा. वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स जहां पिछले वित्त वर्ष में 115 प्रतिशत बढ़ा. इसी के साथ वित्त वर्ष 2014 और वित्त वर्ष 2019 में क्रमश: 36 प्रतिशत और 12 प्रतिशत घट गया. वहीं वित्त वर्ष 2018 और वित्त वर्ष 2017 में इसने क्रमशः 18 प्रतिशत और 37 प्रतिशत की बढ़त हासिल की. वित्त वर्ष 2020 (32% से नीचे) और वित्त वर्ष 2019 (3% से नीचे) को छोड़कर बीएसई मिडकैप अन्य तीन वर्षों में 90 प्रतिशत तक बढ़ गया.
इसी के साथ ब्लैक रोज़ इंडस्ट्रीज, रत्नमनी मेटल्स, इन्फो एज, एसआरएफ, पीआई इंडस्ट्रीज, हनीवेल ऑटोमेशन, डायमाइंस एंड केमिकल्स, अतुल लिमिटेड, जीएमएम पिफडलर, टेस्टी बाइट ईटेबल्स, ट्रेंट, बर्गर पेंट्स, एशियन पेंट्स, रिलैक्सो फुटवेयर्स, इप्का लैब्स, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज, उदय आभूषण, IGL, Nath Industries, Sanofi India, Whirlpool of India, Dabur India, Pfizer, HUL और Nestle India आदि ऐसे शेयर हैं जिन्होंने वित्त वर्ष 2016 खत्म होने के बाद से साल भर में बेहतरीन रिटर्न दिया है। (तालिका देखें)
डेटा स्रोत: ऐस इक्विटी, मनी 9
शेयरखान के एसवीपी, हेड-कैपिटल मार्केट स्ट्रेटजी गौरव दुआ के मुताबिक, मिडकैप कंपनियां वित्त वर्ष 2022 में बेहतर रिटर्न दे सकती हैं. इसके लिए निवेशकों को सावधानीपूर्वक अध्ययन करना होगा और व्यक्तिगत कंपनियों का चयन करना होगा क्योंकि अर्थव्यवस्था में जारी पुनरुद्धार से मिडकैप को कुछ लाभ होते हैं. वहीं उन्हें मिडकैप और स्मॉलकैप स्पेस में महिंद्रा लाइफस्पेस, पॉलीकैब, किर्लोस्कर ऑयल इंजन, डालमिया भारत और ग्लैंड फार्मा पसंद हैं. हालांकि, दुआ ने लार्जकैप स्पेस में महिंद्रा एंड महिंद्रा, एलएंडटी, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक और अल्ट्राटेक को तरजीह दी है.