30 जून तक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) केनरा बैंक (Canana bank) के प्रमुख शेयरधारकों में नहीं थे.
घरेलू बाजारों में सबसे बड़े व्यक्तिगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने शनिवार को कहा कि उन्होंने एक दशक से भी अधिक से निजी कंपनियों में निवेश किया हुआ है, लेकिन उन्हें जो फायदा अनलिस्टेड कंपनियों में निवेश से हुआ है, वह स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों से प्राप्त लाभ से कहीं अधिक है.
झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को बिग बुल कहा जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए इक्विटी बाजारों पर कराधान का स्तर ‘उचित’ है.
उन्होंने जन स्माल फाइनेंस की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मुझे इस बात की खुशी है कि अनलिस्टेड पोर्टफोलियो पर प्राप्त होने वाली मेरी आय मेरे लिस्टेड पोर्टफोलियो पर मिलने वाली आय से कहीं अधिक है. वहां भी मेरे पास 10-12 साल के लंबे निवेश हैं.’’
झुनझुनवाला ने कहा, ‘‘इस तथाकथित असमान समाज में नए आकांक्षी लोग धन कमा रहे हैं. कृपया यह मत कहिए कि … भारत भाई-भतीजावाद वाला पूंजीवाद है. पहली पीढ़ी के उद्यमी जिनकी कोई विरासत नहीं है, वे धन कमा रहे हैं. यह मुझे एक भारतीय के रूप में गौरवान्वित करता है.’’
झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी और तीसरी तिमाही में कॉरपोरेट क्षेत्र का प्रदर्शन भारतीय कंपनियों की कमाई क्षमता का एक प्रमाण है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका और अन्य विकसित अर्थव्यवस्थाओं में आसान नकदी की स्थिति ने घरेलू बाजारों के आगे बढ़ने में 10 प्रतिशत का योगदान दिया होगा, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारक भारतीय शेयरों की आय कमाने की क्षमता है.
इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हीरो ग्रुप के सुनील मुंजाल ने कहा, ‘‘सरकार, उद्योग और नागरिक समाज के बीच विश्वास और भरोसे की भावना को बहाल करना’’ भारत में आवश्यक है क्योंकि हम ऊंची वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं.