Macrotech Developers IPO: पहले दिन मिला सुस्त रिस्पॉन्स, क्या इस इश्यू पर लगााना चाहिए पैसा?

Macrotech Developers: चुनिंदा ब्रोकरेजेस ने ही IPO को सब्सक्राइब की सलाह दी है. बाकियों ने या तो न्यूट्रल रेटिंग दी है या रेटिंग ही नहीं दी. 

Macrotech Developers Q2 profit at Rs 223cr; plans to raise up to Rs 4,000 cr

कंपनी को एक साल पहले 2020-21 की समान तिमाही में 362.58 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.

कंपनी को एक साल पहले 2020-21 की समान तिमाही में 362.58 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.

Macrotech Developers IPO: सालाना बिक्री के हिसाब से भारत के सबसे बड़े बिल्डर्स मैक्रोटेक डेवलपर्स (पुराना नाम लोढ़ा डेवलपर्स) के IPO का आज दूसरा दिन है. पहले दिन इश्यू को सुस्त रिस्पॉन्स मिला है. पहले दिन कंपनी का आईपीओ सिर्फ 26 फीसदी भरा है. ये वित्त वर्ष 2021-22 का पहला IPO है.  इश्यू पर 9 अप्रैल तक पैसे लगाने का मौका है. कंपनी ने 483-486 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. मुंबई बेस्ड इस कंपनी ने पिछले 7 सालों में 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी बेची है.

इश्यू के जरिए कंपनी अपना कर्ज घटाने की तैयारी में है आईपीओ (IPO) के बाद कंपनी पर कुल कर्ज 24 फीसदी घटकर 12,700 करोड़ रह जाएगा. देश की दिग्गज बिल्डर्स होने के बावजूद चुनिंदा ब्रोकरेज हाउसेस ने ही इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. जबकि बाकियों ने या तो न्यूट्रल रेटिंग दी है या इस आईपीओ को रेटिंग ही नहीं दी.

क्या है ब्रोकरेजेस की राय

रिलायंस सिक्योरिटीज ने इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज कहना है कि मैक्रोटेक डेवलपर्स (Macrotech Developers) के कर्ज घटाने के प्लान से कंपनी पर ज्यादा कर्ज के बोझ की चिंता घटेगी. साथ ही कंपनी का बड़े लैंड बैंक और मजबूत प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो है. इसके अलावा अन्य डेवलपर्स की तुलना में इस कंपनी का रिटर्न रेश्यो बेहतर है.

एंजल ब्रोकिंग ने इश्यू पर न्यूट्रल रेटिंग दी है. इनका कहना है कि ग्रे मार्केट में प्रीमियम 3 फीसदी नीचे गिरा है. एंजल ब्रोकिंग का अनुमान है कि आईपीओ से लिस्टिंग पर कमाई भी सीमित रहेगी और रिटेल निवेशकों को लिस्टिंग पर बड़ी कमाई की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. कंपनी (Macrotech Developers) पर 31 दिसंबर 2020 तक 16,700 करोड़ रुपये का कर्ज था और इंडस्ट्री में सुस्ती का असर कंपनी पर भी होगा. कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलिो मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन के रेजिडेंशियल मार्केट में ज्यादा ही केंद्रित है और अथॉरिटी की ओर से किसी भी नियम और कानून में बदलाव से इनपर ज्यादा असर पड़ेगा. एंजल ब्रोकिंग के मुताबिक मैक्रोटेक डेवलपर्स ने पिछले 3 साल में कोई बड़ा पॉजिटिव कैश फ्लो नहीं दिखाया.

वहीं मारवाडी शेयर्स एंड फाइनेंस ने इश्यू पर रेटिंग नहीं दी. उनके मुताबिक कंपनी अपने 21,739.7 करोड़ रुपये के मार्केट कैप  के 29.74 गुना P/E पर लिस्ट होगी जबकि सेगमेंट की ओबरॉय रियल्टी 30.80 P/E पर है और गोदरेज प्रॉपर्टीज 131.10 गुना P/E पर.

Published - April 8, 2021, 08:55 IST