कोविड के दौर में निवेशः ये डायग्नोस्टिक्स स्टॉक बढ़ाएंगे आपके पोर्टफोलियो की हेल्थ

कोविड की दूसरी लहर ने लोगों को अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक किया है. इससे डायग्नोस्टिक्स चेन चलाने वाली कंपनियों को भी फायदा होगा.

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कोविड-19 की दूसरी लहर भारत में बड़ी तबाही लाई है. 22 अप्रैल को देश में 3 लाख से ज्यादा केस आए हैं जो कि एक रिकॉर्ड संख्या है. वायरस के तेजी से फैलने के साथ ही रोजाना टेस्टिंग को भी बढ़ाकर 15 लाख टेस्ट प्रतिदिन कर दिया गया है. इसके चलते भारतीय डायग्नोस्टिक्स इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा मौका पैदा हो गया है.

IIFL सिक्योरिटीज के राहुल जीवानी के मुताबिक, “भारतीय डायग्नोस्टिक्स इंडस्ट्री 11-12 फीसदी की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ ऑफर कर रही है. साथ ही नेशनल डायग्नोस्टिक चेन्स इंडस्ट्री की ग्रोथ के मुकाबले ज्यादा अच्छी ग्रोथ करेगी. कोविड के आने के बाद स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती जागरूकता, वेलनेस की बढ़ती हिस्सेदारी और होम कलेक्शन सेगमेंट से इन कंपनियों को फायदा होगा.”

ब्रोकरेज हाउस मेट्रोपोलिस और थायरोकेयर पर बुलिश है. यहां हम आपको इन दोनों स्टॉक्स के बारे में बता रहे हैं जिनसे आपको कमाई हो सकती है.

मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर, प्राइस टारगेट – 3,050 रुपये, बढ़ोतरी- 23%

IIFL सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा है, “मेट्रोपोलिस नेटवर्क विस्तार में अपनी संपत्तियां न खरीदने के मॉडल पर चल रही है. इस तरह से कंपनी B2C पैथोलॉजी फ्रैंचाइजी दे रही है. इससे कंपनी को करीब 20 फीसदी सीएजीआर की ग्रोथ 2016-20 के दौरान हासिल हुई है. कंपनी की B2C ग्रोथ के कायम रहने की उम्मीद है क्योंकि कंपनी के नए नेटवर्क में ग्रोथ की पर्याप्त संभावनाएं हैं. कंपनी दूसरे नॉन-कोर मार्केट्स में भी विस्तार कर रही है और कोविड समेत दूसरे स्पेशलाइज्ड टेस्ट ऑफर कर रही है. मेट्रोपोलिस से डायग्नोस्टिक सेक्टर में कंसॉलिडेशन का दौर शुरू हो सकता है. कंपनी हाईटेक को खरीद चुकी है. 2021-23 के दौरान कंपनी 21 फीसदी रेवेन्यू और 20 फीसदी ईपीएस सीएजीआर हासिल कर सकती है.”

थायरोकेयर टेक, प्राइस टारगेट- 1,250 रुपये, बढ़ोतरी- 19 फीसदी

IIFL ने अपने नोट में लिखा है, “थायरोकेयर के मजबूत B2B मॉडल और वेलनेस टेस्टिंग में इंडस्ट्री लीडरशिप पोजिशन से इसे रुटीन टेस्ट्स में भारी वॉल्यूम हासिल होता है. ऐसे में इसकी सैंपल कलेक्शन की कॉस्ट घट जाती है. थायरोकेयर का मार्जिन 40 फीसदी है. हालांकि, 2017-20 के दौरान कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ सुस्त हुई है. कंपनी का मैनेजमेंट अपनी क्षेत्रीय लैब्स की संख्या बढ़ाकर दोगुनी करना चाहता है. 2021-23 के दौरान कंपनी का रेवेन्यू 12 फीसदी और ईपीएस 23  फीसदी सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है.”

(डिसक्लेमरः इस स्टोरी में की गई सिफारिशें संबंधित रिसर्च और ब्रोकरेज फर्म द्वारा की गई हैं. मनी9 और इसके मैनेजमेंट की इनकी दी गई निवेश सलाह को लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं है. निवेश से पहले अपने निवेश सलाहकार से जरूर चर्चा करें.)

Published - April 22, 2021, 02:52 IST