मार्केट में बढ़ रहे नए रिटेल इनवेस्टर्स को देखते हुए ब्रोकरेज हाउसेज में इन्हें अपनी ओर खींचने और एक-दूसरे को पछाड़ने की जंग छिड़ गई है. कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के अधिग्रहण के बाद अब एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी नजरें दो साल के भीतर देश के दूसरे सबसे बड़े ब्रोकरेज हाउस बनने पर गड़ा दी हैं. पिछले महीने ही एक्सिस सिक्योरिटीज ने तीसरे पायदान पर कब्जा किया है और उसने अपस्टॉक्स को नीचे धकेल दिया है.
36 लाख से ज्यादा कस्टमर्स के साथ जिसमें से 11.5 लाख कार्वी के ग्राहक हैं, एक्सिस सिक्योरिटीज अब कस्टमर बेस के लिहाज से तीसरा सबसे बड़ा ब्रोकरेज हाउस बन गया है.
इस मार्केट पर ICICI सिक्योरिटीज का दबदबा है. ICICI सिक्योरिटीज के कस्टमर्स की संख्या 50.7 लाख है. इसके बाद जेरोधा का नंबर आता है जिसके पास 40 लाख ग्राहक हैं. 35 लाख ग्राहकों के साथ अपस्टॉक्स तीसरे नंबर पर थी. ये आंकड़े दिसंबर अंत के हैं.
एक्सिस सिक्योरिटीज के लिए कार्वी दूसरा अधिग्रहण है. इससे पहले वह इनाम सिक्योरिटीज का 2011 में अधिग्रहण कर चुकी है. एक्सिस सिक्योरिटीज के मैनेजिंग डायरेक्टर बी गोपकुमार ने कहा, “हमारा टारगेट कस्टमर बेस के लिहाज से दूसरा बड़ा ब्रोकरेज हाउस बनने का है. हम रेवेन्यू मार्केट शेयर के लिहाज से भी इस पोजिशन पर आना चाहते हैं. कार्वी के साथ आने से हम कस्टमर बेस के लिहाज से तीसरी बड़ी कंपनी बन गए हैं. ओवरऑल मार्केट शेयर में हम टॉप पांच कंपनियों में हैं. कैश मार्केट सेगमेंट में हम पहले से दूसरे पायदान पर हैं.”
उन्होंने कहा कि ऊंचा टारगेट तय करने का यह मतलब कतई नहीं है कि इससे उनकी डिलीवरी डील्स की पुरानी परंपरा में बदलाव आएगा. फिलहाल इसका कंपनी के वॉल्यूम में 40 फीसदी हिस्सा है. उन्होंने कहा कि यह भी नहीं है क हम फ्री ट्रेड ऑफर करने लगेंगे.
उन्होंने कहा, “हमारा फोकस डिलीवरी पर ही रहा है और इसी पर रहेगा. यह हमारे वॉल्यूम का 40 फीसदी है. कई बार तो ये 50 फीसदी को भी पार कर जाता है.”
उन्होंने कहा कि कार्वी के अधिग्रहण से पहले उसके 26 लाख कस्टमर्स में से 19 फीसदी एक्सिस बैंक के कस्टमर्स थे. गोपपुमार ने कहा कि कार्वी से उन्हें मिले 11.5 लाख कस्टमर्स में से 4.47 लाख अभी एक्टिव हैं.
नए ग्राहक बनाने के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी औसतन हर महीने 40,000 डीमैट खाते खोल रही है. 2020 में कंपनी ने 3.75 लाख डीमैट खाते खोले जो कि 2019 का करीब दोगुना है.