बोनस शेयर से होता है फायदा या नुकसान? टैक्स समेत जानें सभी बातें

Bonus Share: भविष्य में रिज़र्व और सरप्लस में से ही कंपनी अपने निवेशकों के लिए अतिरिक्त शेयर जारी करती है, जिसे बोनस शेयर कहते हैं

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कोई भी व्यक्ति एलआईसी न्यू जीवन आनंद पॉलिसी खरीद सकता है. इस पॉलिसी के तहत न्यूनतम मूल बीमा राशि एक लाख रुपये है. सम एश्योर्ड की कोई अधिकतम सीमा नहीं है

कोई भी व्यक्ति एलआईसी न्यू जीवन आनंद पॉलिसी खरीद सकता है. इस पॉलिसी के तहत न्यूनतम मूल बीमा राशि एक लाख रुपये है. सम एश्योर्ड की कोई अधिकतम सीमा नहीं है

Bonus Share: 21 वर्षीय निखिल पंचाल ने पिछले वर्ष आरती इंडस्ट्रीज के शेयर खरीदे थे. स्पेशियालिटी केमिकल और फार्मा मैन्युफैक्‍चरिंग से जुड़ी इस कंपनी ने मई-2021 में 1:1 बोनस का ऐलान किया था.

निखिल शेयर मार्केट में नया है और वो जानना चाहता है कि बोनस शेयर क्या है, उससे फायदा होता है या नुकसान और क्या ये टैक्सेबल होते हैं?

बोनस शेयर क्या है?

जब किसी कंपनी को अपने व्यापार से अतिरिक्त लाभ होता है, तो उस लाभ की पूंजी में से एक हिस्सा कंपनी अपने रिजर्व और सरप्लस में सुरक्षित रखती है और भविष्य में रिज़र्व और सरप्लस में से ही कंपनी अपने निवेशकों के लिए अतिरिक्त शेयर जारी करती है, जिसे बोनस शेयर कहते हैं.

बोनस शेयर से कंपनी की नेट वर्थ में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होता है. क्योंकि बोनस शेयर बिलकुल फ्री होते हैं.

कब जारी होते हैं बोनस शेयर?

कंपनी हर साल बोनस शेयर जारी नहीं करती है. बल्कि कुछ खास मौकों पर ही जब कंपनी अच्छा परफॉर्म कर रही हो, कंपनी के रिज़र्व और सरप्लस काफी बढ़ चुके हो और कंपनी के शेयर की प्राइस भी बढ़ चुकी हो, तब कंपनी की शेयर कैपिटल बढ़ाने और शेयर की प्राइस कम करने के लिये बोनस शेयर जारी किये जाते हैं.

जितने शेयर पहले से उसी अनुपात में नये बोनस शेयर दिये जाते हैं

किसी निवेशक के पास जितने शेयर पहले से हैं, उसी के अनुपात में नये बोनस शेयर दिये जाते हैं. मान लीजिए, आपके पास XYZ कंपनी के 100 शेयर हैं और कंपनी प्रति दो शेयर के बदले में 1 (1:2 अनुपात) बोनस शेयर की घोषणा करती है.

यानी आपको 50 (100/2) बोनस शेयर मिलेंगे और आपके कुल शेयर की संख्या 150 हो जाएगी. अगर अनुपात 2:1 है, तो शेयरधारक को हर एक शेयर के बदले में दो और शेयर मिलते हैं.

मतलब कि निवेशक के पास 100 शेयर हैं, तो 200 और शेयर मिलेंगे और कुल शेयर 300 हो जाएंगे.

समझें इन तारीखों को

यह वह तारीख होती है जिस दिन कंपनी द्वारा बोनस देने की घोषणा की जाती है. यह वह तारीख होती है जिससे पहले अगर किसी निवेशक ने उस कंपनी के शेयर खरीदें होंगे, तो ही उसे बोनस शेयर दिया जायेगा.

यह वह तारीख होती है जिस दिन सभी निवेशकों के डिमेट अकाउंट में उस कंपनी के शेयर होना अनिवार्य है, जिनके अनुपात में कंपनी बोनस शेयर जारी करती है.

बोनस शेयर के फायदे

– बोनस शेयर मिलने से निवेशक के पास कंपनी के शेयर की संख्या बढ़ जाती है.

– जब कंपनी भविष्य में डिविडेंड का ऐलान करेगी तो बोनस शेयर के कारण आपको ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि डिविडेंड प्रति शेयर दिया जाता है.

– बोनस शेयर जारी होने से शेयर की कीमत कम हो जाती है ओर मार्केट में कंपनी के शेयर की लिक्विडिटी बढ़ती है.

– निवेशकों में कंपनी पर भरोसा बढ़ता है.

इतना लगता है टैक्‍स

बोनस शेयर पर 10% लांग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स और 15% शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) टैक्स लगता है. ये दोनों टैक्स की अवधि बोनस शेयर जब आपके डिमेट खाते में जमा होते हैं, तब से गिनी जाती है.

मान लीजिए, आपने 1 जनवरी, 2020 में XYZ कंपनी के 100 शेयर खरीदे थे और कंपनी ने जुलाई 2020 में 1:1 अनुपात में बोनस शेयर जारी किये थे.

यदि आप जून 2021 में सारे शेयर बेच देते है, तो पिछले साल में आपने खरीदे हुए 100 शेयर पर LTCG टैक्स लगेगा. वहीं, फ्री में मिले 100 बोनस शेयर पर STCG टैक्स चुकाना पड़ेगा.

Published - June 14, 2021, 07:01 IST