भारतीय बाजारों में आज बिकवाली का दबाव बना और सेंसेक्स में 1100 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई है. वहीं निफ्टी में 300 अंकों की कमजोरी है. आज गिरने वाले शेयरों की संख्या भी चढ़ने वालों की तुलना में कहीं ज्यादा है. बाजार में ये बड़ी गिरावट मंथली एक्सपायरी वाले हफ्ते में आई है. इससे पहले पिछले हफ्ते ही बाजार लगातार 4 सेशन में गिरावट का शिकार हुए थे. लेकिन ऐसे बाजार में भी एवेंडस कैपिटल (Avendus Capital) के सीईओ (CEO) एंड्रयू हॉलेंड (Andrew Holland) मानते हैं कि भारत में लंबी अवधि के लिए वेल्थ क्रिएशन के मौके हैं और SIP इसके लिए सबसे बेहतरीन तरीका है. Money9 से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने SIP के जरिए निवेश पर ही जोर दिया.
एंड्रयू हॉलेंड (Andrew Holland) के मुताबिक बाजार में गिरावट ग्लोबल कारणों की वजह से आई है. लंबी अवधि के लिए भारत में मजबूती के संकेत हैं और कंपनियों की आय में वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़त दर्ज होगी. उन्होंने कहा कि FY22 में भारतीय कंपनियों की आय में 25 फीसदी की बढ़त दिख सकती है. एंड्रयू हॉलेंड मानते हैं कि बजट 2021 में वित्त मंत्री का फोकस खर्च बढ़ाने पर रहा है जिससे रियल एस्टेट को खास तौर पर फायदा होगा.
एंड्रयू को फिलहाल भारतीय बाजार में बैंकिंग, इंडस्ट्रियल कंपनियां, एनर्जी और खपत से जुड़े शेयर पसंद हैं. उनका कहना है कि भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की ओर से रुझान बढ़ा है. विदेशी निवेशक चीन और भारत की ओर रुख कर रहे हैं.
बढ़ेंगे युवा निवेशक, SIP से बनेगी बात
म्यूचुअल फंड में रिटेल निवेशकों की ओर से SIP के जरिए निवेश बढ़ रहा है. एंड्रयू हॉलेंड (Andrew Holland) के मुताबिक बजट के पुश से मीलिनियल्स आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं और उनकी स्पेंडिंग पावर बढ़ रही है. हॉलेंड कहते हैं कि बाजार के उतार-चढ़ाव में लंबी अवधि में कमाई के लिए SIP सही जरिया है.
म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़े इसके लिए जरूरी है लोगों में निवेश के प्रति जागरुकता बढ़े. उनका कहना है कि जो कैपिटल जमा हुआ है उसकी सुरक्षा के लिए ही म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री से आउटफ्लो देखने को मिला है. मध्यम से लंबी अवधि के लिए भारतीय बाजार में निवेश का मौका है और युवा निवेशक इसमें भागीदार बनेंगे.
हॉलेंड ने कहा कि गलत समय में एकमुश्त निवेश करने की वजह से कई निवेशकों में चिंता रहती है. यही वजह है कि वे सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान चुनने की सलाह देते हैं. हॉलेंड ब्लूचिप कंपनियों में निवेश की भी सलाह देते हैं. वे बाजार में टाइम (निवेश की अवधि) और टाइमिंग (निवेश में एंट्री का समय और स्तर) पर नजर रखने की बात कहते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी पर क्या है राय?
एंड्रयू हॉलेंड का कहना है कि बिटकॉइन में लोगों का भरोसा बढ़ने लगा है लेकिन एक करेंसी के तौर पर इसकी मान्यता के लिए अभी वक्त है. उनके मुताबिक बिटकॉइन में उतार-चढ़ाव किसी अन्य करेंसी मार्केट की तुलना में कहीं ज्यादा है. इस उतार-चढ़ाव के कम होने पर ही इसपर भरोसा ज्यादा हो पाएगा. वे मानते हैं कि मीलिनियल्स में इसके इस्तेमाल की संभावना है.