कई लोग पैसा जमा तो करते हैं लेकिन कहीं निवेश नहीं करते. बस बैंक के सेविंग में अकाउंट में पैसे को रखकर छोड़ देते हैं. तो अगर आप भी कइयों की तरह बैंक के सेविंग्स अकाउंट में मोटा बैलेंस रखने की गलती करते हैं तो जागिए और अपने बचत खाते में सो रहे पैसों पर बेहतर रिटर्न कमाइए.
आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं, मान लीजिए आपके बचत खाते में 1 लाख रुपए जमा हैं. सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले 2.7 फीसद ब्याज के हिसाब से आपको सालाना 2,700 का रिटर्न मिला. वहीं अगर इन पैसों से सालभर की FD की जाती तो 6.8 फीसद की दर से सालाना 6,975 का रिटर्न मिलता. दो साल की FD करने पर 7 फीसद के ब्याज पर 14,888 रुपए का फायदा होता और तीन साल की FD (6.5 फीसद ब्याज पर) करने पर करीब 21,341 रुपए का रिटर्न कमाते… तीनों ही समय सीमा के फिक्स्ड डिपॉजिट आपको सेविंग अकाउंट से ज्यादा रिटर्न दिलवाएंगे.
कितना बढ़ गया बैंक का ब्याज
मई 2022 से रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों को बढ़ाना शुरू किया था. पिछले करीब एक साल में RBI ने कर्ज देने की दर यानी रेपो रेट में 2.50% की बढ़ोतरी की, जिसके बाद बैंकों ने भी जमा पर ब्याज दरें बढ़ाई थीं. देखते ही देखते 4.50- 5 फीसद के बीच झूलती FD अब 6.5 से 7 फीसद का रिटर्न दे रही है.
क्या कहते हैं RBI के आंकड़े?
बैंकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पैसा जुटाने का अच्छा जरिया है. ऐसे में बैंक FD पर ज्यादा ब्याज देकर तय समय सीमा के लिए पैसों का इंतजाम करते हैं. बैंकों ने बचत खाते पर कम ब्याज रखा और FD पर ब्याज बढ़ाते गए ताकि लोग FD में पैसा लॉक करें. हुआ भी ऐसा ही मार्च 2023 में RBI का डाटा बताता है कि बैंक में FD जमा में 13.2 फीसद की बढ़त रही. वहीं सेविंग अकाउंट में इसका आधा करीब 7.3 फीसद की बढ़त दर्ज हुई है.
FD Vs सेविंग अकाउंट
SBI की एक साल की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.80फीसदी ब्याज मिल रहा है. वहीं एक साल तक बचत खाते में पैसे रखने पर 2.7 फीसद ब्याज है. HDFC बैंक की एक साल की एफडी पर 6.60 फीसद ब्याज है तो सेविंग्स अकाउंट पर इसके आधे से भी कम 3 फीसदी ब्याज है. इसी तरह, ICICI बैंक की एक साल की एफडी पर ब्याज 6.70 फीसद है तो सेविग्स अकाउंट पर ब्याज केवल 3 फीसद है.
FD करते वक्त इन बातों का ध्यान रखें
अभी FD करेंगे तो आगे के लिए ऊंचे ब्याज को लॉक कर पाएंगे क्योंकि जिस रेट पर आज FD करेंगे पूरे टेन्योर में वही रेट रहेगा. भले ही ब्याज दरों में गिरावट ही क्यों न आए.
सारा पैसा एक ही एफडी में नहीं लगाएं बल्कि उसे हिस्सों में बांटकर अलग–अलग अवधि की FD में लगाएं, जिससे इमरजेंसी में जितने पैसों की जरूरत हो उसी FD को तुड़वाना पड़े.
इसी तरह एक ही बैंक में एफडी कराने की बजाए अलग–अलग बैंकों में एफडी कराएं. इसका फायदा यह है कि अगर एक बैंक संकट में आया तो भी आपके पूरे पैसों का नुकसान नहीं होगा. बैंक के संकट में फंसने पर 5 लाख रुपए तक की जमा सुरक्षित रहती है.
मनी9 की सलाह
बचत खाते में दो महीने के खर्च से ज्यादा रकम नहीं रखें. खासकर तब जब FD पर ब्याज ज्यादा मिल रहा है… FD में पैसा सुरक्षित भी रहेगा और रिटर्न भी बढ़िया मिलेगा. इसलिए बैंक के सेविंग अकाउंट में ज्यादा पैसा नहीं रखना चाहिए. ये एक लॉस है.