कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ ने अपने करोड़ों सब्सक्राइबर्स के लिए कोविड एडवांस फैसलिटी को बंद कर दिया है. कोरोना महामारी के समय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सब्सक्राइबर्स को उनके ईपीएफ अकाउंट में से एडवांस के रूप में पैसे निकालने की सुविधा शुरू की थी. लेकिन रिटायरमेंट फंड संस्था ने अब इस सुविधा को खत्म कर दिया है. यानी अब सब्सक्राइबर्स अपने खाते से कोविड एडवांस के तौर पर राशि नहीं निकाल सकेंगे.
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने सात महीने पहले यह ऐलान कर दिया था कि अब कोविड-19 महामारी हेल्थ एमरजेंसी नहीं रह गई है. ऐसे में, ईपीएफओ ने खाताधारकों के लिए यह सुविधा खत्म कर दी है. ईपीएफओ के एक अधिकारी ने कहा कि एक हफ्ते पहले अधिकारियों के साथ हुई एक मीटिंग में यह फैसला लिया गया. अधिकारी ने कहा कि अभी इस बारे में किसी तरह का कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है.
अधिकारी ने बताया कि सॉफ्टवेयर में नॉन-रिफंडेबल कोविड एडवांस के प्रॉविजन को डिसएबल करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि खाताधारक अब इस एडवांस के लिए आवेदन न कर सकेंगे. जानकारों का कहना है कि ईपीएफओ का फंड इससे प्रभावित हो रहा है और विभाग ने यह फैसला बहुत देर से लिया है. इस सुविधा को लंबे समय तक जारी नहीं रखना चाहिए था क्योंकि इसका गलत उपयोग भी किया गया है. इससे खाते में सब्सक्राइबर्स की सेविंग कम हो गई है.
ईपीएफओ की ड्राफ्ट एन्युअल रिपोर्ट 2022-23 के अनुसार, कुल 2.2 करोड़ सब्सक्राइबर्स ने ईपीएफओ की कोविड एडवांस सुविधा का लाभ उठाया है, जो ईपीएफओ के कुल सदस्यों की संख्या का एक तिहाई से ज्यादा है. यह सुविधा 2020-21 में कोरोना काल के दौरान शुरू की गई थी और तीन साल तक चली. इस दौरान पीएफ सब्सक्राइबर्स ने कोरोना एडवांस के रूप में 48,075.75 करोड़ रुपए निकाले. वित्त वर्ष 2020-21 में 17,106.17 करोड़ रुपए निकाले गए जिससे 69.2 लाख सब्सक्राइबर्स को फायदा हुआ. वित्त वर्ष 2021-22 में 19,126.29 लाख करोड़ रुपए निकाले गए जिससे 91.6 लाख सब्सक्राइबर्स को फायदा हुआ. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 62 लाख सब्सक्राइबर्स ने अपने पीएफ अकाउंट्स से 11,843.23 करोड़ रुपए की निकासी की.