महंगाई के दौर में हर किसी के पास एकमुश्त निवेश के लिए पैसा नहीं होता. जो लोग हर महीने छोटी-छोटी बचत के जरिए बड़ा फंड इकट्ठा करना चाहते हैं उनके लिए पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम अच्छा विकल्प है. आम बोलचाल में इस स्कीम को आरडी (RD) के नाम से जानते हैं. सरकार ने हाल ही में पोस्ट ऑफिस की आरडी की ब्याज दरों में 0.3 फीसद की वृद्धि की है. इसके बाद यह योजना निवेश के लिए और भी ज्यादा आकर्षक हो गई है. फिलहाल इस योजना में सालाना 6.50 फीसद ब्याज मिल रहा है जो कई बैंकों की एफडी की ब्याज दरों से भी बेहतर है. आने वाले दिनों में ब्याज दरों में गिरावट के आसार बन रहे हैं. ऐसे में आरडी के जरिए आप लंबी अवधि तक ऊंची ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं. खास बात यह है कि इस निवेश पर कोई जोखिम नहीं है. पोस्ट ऑफिस के अलावा सभी बैंक भी आरडी में निवेश की सुविधा दे रहे हैं.
कैसी है योजना
कुल मिलाकर देखें तो आरडी काफी हद तक म्यूचुअल फंड की एसआईपी की तरह काम करती है. अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस अथवा बैंक की शाखा में जाकर इस योजना में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इसमें निवेश के लिए एक निश्चित राशि तय की जाती है जो हर महीने आपके बचत खाते में से कटती रहती है. पोस्ट ऑफिस में यह योजना पांच साल की है जबकि बैंकों में एक से 10 साल तक का विकल्प मिल सकता है. आरडी में आपने जिस ब्याज दर पर खाता खोला है, योजना की पूरी अवधि में आपको वही ब्याज मिलेगा. अगर आपने पोस्ट ऑफिस में एक जुलाई को 5000 रुपए प्रति महीने की आरडी शुरू की है. इस समय यह सालाना 6.5 फीसद की दर से ब्याज दे रहा है तो पांच साल बाद मैच्योरिटी के समय आपको 3.54 लाख रुपए मिलेंगे. इस दरम्यान यदि ब्याज दरों में गिरावट भी आती है तो इससे आपके निवेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसी तरह के नियम बैंकों की आरडी पर भी लागू होते हैं.
निवेश की सीमा
पोस्ट ऑफिस और एसबीआई सहित देश के तमाम बैंकों में आप 100 रुपए के साथ आरडी में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इस योजना में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. हालांकि कुछ बैंकों ने ऊपरी सीमा 15 लाख रुपए तक निर्धारित कर रखी है. देश के जिन क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं नहीं हैं वहां पोस्ट ऑफिस की आरडी योजना काफी लोकप्रिय है. पोस्ट ऑफिस में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. आरडी में संयुक्त खाता और नामिनी की सुविधा भी उपलब्ध है. अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर आरडी को एफडी की तरह तय अवधि से पहले भी तोड़ा जा सकता है.
कितना मिल रहा ब्याज
पोस्ट ऑफिस की आरडी में एक जुलाई से 6.5 फीसद सालाना ब्याज मिल रहा है. इससे पहले यह 6.2 फीसद था. फिलहाल विभिन्न बैंक अपनी आरडी योजनाओं में सालाना 3.0से 6.1 फीसद के बीच ब्याज का आफर कर रहे हैं. कई बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए आधा फीसद ज्यादा ब्याज दे रहे हैं. पोस्ट ऑफिस और अधिकतर बैंकों में आरडी पर ब्याज की गणना तिमाही आधार पर की जाती है. इससे आपका रिटर्न और बढ़ जाता है.
टैक्स का गणित
आरडी में निवेश पर टैक्स में किसी भी तरह की छूट नहीं मिलती. इससे मिलने वाला ब्याज निवेशक की सालाना आय में जुड़ता है. जिस पर निवेशक को स्लैब के आधार पर टैक्स का भुगतान करना होगा. वरिष्ठ नागरिकों को 50,000 रुपए तक की ब्याज आय पर कोई टैक्स में छूट का प्रावधान है. ऐसे में जो लोग टैक्स के दायरे में नहीं आते उनके लिए यह स्कीम ज्यादा उपयोगी है.