केंद्र सरकार ने इस साल खर्च चलाने के लिए जितने कर्ज को उठाने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है. उसमें बदलाव हो सकता है, क्योंकि सरकार के पास लघु बचत योजनाओं के जरिए आने वाले डिपॉजिट में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में सरकार को बाजार से ज्यादा कर्ज उठाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में लघु बचत योजनाओं में हुए निवेश में 48 फीसद का उछाल आया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा महज 9.9 फीसद था.
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बजट में लघु बचत योजनाओं से मिलने वाले नेट कलेक्शन को लेकर जो लक्ष्य तय किए गए थे, अभी तक उसका 34 फीसद हासिल हो चुका है. उनका कहना है कि कलेक्शन में हुई यह बढ़ोतरी सरकार को फैसले लेने में अधिक लचीलापन प्रदान करती है.
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में डिपॉजिट 187 फीसद बढ़ा
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में अप्रैल-जुलाई 2022 से अप्रैल-जुलाई 2023 के दौरान डिपॉजिट में 187 फीसद की जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है. बता दें कि बजट 2023-24 में इस स्कीम में डिपॉजिट की सीमा को 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 30 लाख रुपए कर दिया गया था.
महिला सम्मान सेविंग स्कीम में भी बढ़ा डिपॉजिट
महिला सम्मान सेविंग स्कीम में भी इस साल जुलाई तक 9,611 करोड़ रुपए का डिपॉजिट हुआ है. महिला सम्मान सेविंग स्कीम के तहत इस साल जुलाई तक 15.8 लाख अकाउंट खोले गए हैं. महिला सम्मान सेविंग स्कीम 2 साल की अवधि के लिए उपलब्ध एकमुश्त योजना है. महिलाएं इस योजना के लिए 31 मार्च 2025 तक या उससे पहले आवेदन कर सकती हैं. हालांकि खातों की संख्या की कोई ऊपरी सीमा नहीं है, लेकिन अधिकतम डिपॉजिट जमा करने के लिए एक सीमा तय है. इसके अलावा दो खातों को खोलने के बीच कम से कम तीन महीने का अंतर होना चाहिए. इस योजना में न्यूनतम 1,000 रुपए और उससे अधिक 100 रुपए के गुणांक में 2,00,000 रुपए की अधिकतम सीमा तक जमा किया जा सकता है. हालांकि इसके बाद अतिरिक्त जमा की अनुमति नहीं है.