ऊंची ब्याज दर और स्थिर रुपए की वजह से अनिवासी भारतीय (एनआरआई) घरेलू बैंकों की विभिन्न जमा योजनाओं में पैसा डिपॉजिट करने के लिए आकर्षित हो रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-अक्टूबर 2023 की अवधि में अनिवासी भारतीय के लिए चलाई जा रही विभिन्न जमा योजनाओं में निवेश दोगुना होकर 6.1 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 3.05 बिलियन डॉलर था.
एनआरआई जमा योजनाओं में बढ़ोतरी मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा अनिवासी या एफसीएनआर (बी) अकाउंट्स में प्रवाह में वृद्धि के कारण दर्ज की गई थी. अप्रैल-अक्टूबर 2023 की अवधि में एफसीएनआर (बी) जमा में प्रवाह बढ़कर 2.06 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान 814 मिलियन डॉलर पूंजी की निकासी हुई थी.
नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल रुपए खाते या एनआर (ई) आरए के मामले में पूंजी का प्रवाह पिछले साल की समान अवधि के 1.67 बिलियन डॉलर की तुलना में बढ़कर 1.95 बिलियन डॉलर हो गया था. इस अवधि के दौरान एनआरआई से सबसे अधिक जमा लगभग 2 बिलियन डॉलर अनिवासी साधारण खातों (एनआरओ) में आया है. पिछले वर्ष की समान अवधि में एनआरओ जमा में प्रवाह 2.19 बिलियन डॉलर था.