एनपीएस वाले ऐसे उठा सकते हैं दोहरा लाभ

एनपीएस के टियर-2 खाते में निवेश पर टैक्स में कोई छूट नहीं मिलती

एनपीएस वाले ऐसे उठा सकते हैं दोहरा लाभ

निजी कंपनी में काम करने वाले भोलाराम बहुत खुश हैं. बुढ़ापे में पेंशन के लिए एनपीएस में खाता खुलवाया है. हर महीने 5000 रुपए निवेश कर रहे हैं. भोलाराम के सुपरवाइजर ने उन्हें एनपीएस में बचत खाता खुलवाने की सलाह दी है. रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए एनपीएस अच्छी स्कीम है. इसमें निवेश पर टैक्स भी बचता है. लेकिन इसमें बचत खाता भी खुलता है. इस बारे में भोलाराम को कुछ पता नहीं है.

क्या है टियर-2 खाता?
एनपीएस में दो तरह के खाते होते हैं… टियर- 1 और टियर- 2. टियर-1 प्राइमरी खाता है जो पेंशन और टैक्‍स बेनेफिट के लिए अहम है. टियर-2 अकाउंट एड ऑन सुविधा है जो स्वैच्छिक होता है. यह खाता एक तरह से बचत खाते की तरह ही काम करता है. इसमें आप कभी भी अपने हिसाब से पैसे जमा करा सकते हैं और उन्हें कभी भी निकाल सकते हैं. आप चाहें तो एक ही बार में पूरी रकम भी निकाल सकते हैं. टियर-2 खाते में टियर-1 की तरह न्यूनतम राशि जमा कराने की कोई बाध्यता नहीं है. भोलाराम को इसी खाते के बारे में बताया गया है. इस खाते ऑनलाइन आसानी ऑपरेट कर सकते हैं.

कैसे खुलता टियर-2 खाता?
अगर आपके पास एनपीएस का टियर-1 खाता है तो टियर-2 खाता आसानी से खोल सकते हैं. इस खाते को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोला जा सकता है. ऑनलाइन खाता एनपीएस की वेबसाइट https://enps.nsdl.com/eNPS/ के जरिए खोल सकते हैं. ऑफलाइन खाता खोलने के लिए एनपीएस के पाइंट ऑफ प्रजेंस यानी PoP पर जाना होगा. इसकी PoP की सूची एनपीएस की वेबसाइट पर दी गई है. इनमें से आप अपने नजदीकी केंद्र पर जा सकते हैं.

कैसे काम करता है?
टियर-2 खाते में न्यूनतम और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. यह भले ही बचत खाते की तरह काम करता है लेकिन में इसमें निवेश पर कोई फिक्स्ड ब्याज नहीं है. टियर-2 खाते में म्यूचुअल फंड स्कीम की तरह इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश की सुविधा मिलती है. इस खाते का रिटर्न आपके द्वारा चुने गए एसेट एलोकेशन और पेंशन फंड मैनेजर पर निर्भर करता है. 18 से 70 साल का कोई व्यक्ति इस खाते में निवेश कर सकता है.

टियर-2 खाते के फायदे
टियर-2 खाते के रखरखाव के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है. अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बचत करने का यह एक अच्छा जरिया है. खास बात यह है कि इस खाते में आप कभी पैसे जमा कर सकते हैं और कभी निकाल सकते हैं. टियर-2 खाते में जमा पैसे को कभी भी टियर-1 में ट्रांसफऱ कर सकते हैं. सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कोई एक्सिज लोड नहीं है. म्यूचुअल फंड की तुलना में निवेश की लागत बहुत कम होने से इसमें बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना रहती है.

कैसे लगता है टैक्स?
एनपीएस के टियर-2 खाते में निवेश पर टैक्स में कोई छूट नहीं मिलती है. सिर्फ सरकारी कर्मचारी ही धारा-80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स में छूट ले सकती हैं. हालांकि इसके लिए शर्त ये है कि यह पैसा तीन साल के लिए लॉक हो जाएगा. टियर-2 अकाउंट से मिलने वाला रिटर्न निवेशक की सालाना आय में जुड़ेगा जिस पर स्लैब के आधार पर टैक्स देना होगा.

किसके लिए सही?
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट जितेन्द्र सोलंकी कहते हैं कि एनपीएस लंबी अवधि का निवेश है. जो लोग छोटी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं उनके लिए टियर-2 खाता अच्छा विकल्प है. छोटी-मोटी जरूरत के लिए इसमें कभी पैसे निकाले जा सकते हैं. टियर-2 खाता बैंक के बचत खाते की तरह काम करता है लेकिन रिटर्न उससे काफी बेहतर मिलने की संभावना रहती है.

Published - August 11, 2023, 07:11 IST