NPS में जुड़ेगा नया फीचर, बढ़ेगी कमाई

पीएफआरडीए के चेयरमैन दीपक मोहंती ने कहा, सिस्टेमैटिक वि़ड्रॉल की सुविधा के जरिए आकर्षक बनाई जाएगी स्कीम.

NPS में जुड़ेगा नया फीचर, बढ़ेगी कमाई

NPS में नए फीचर जोड़कर इस पेंशन स्कीम को गैर सरकारी कर्मचारियों के बीच लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी.(Photo Credit: Freepik)

NPS में नए फीचर जोड़कर इस पेंशन स्कीम को गैर सरकारी कर्मचारियों के बीच लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी.(Photo Credit: Freepik)

निवेश के लिए न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में जल्द ही कुछ नए फीचर जोड़े जाएंगे. इनके जरिए इस पेंशन योजना को और आकर्षक बनाया जाएगा. पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए (PFRDA) के चेयरमैन दीपक मोहंती ने कहा कि निवेश के लिए एनपीएस सबसे सस्ती पेंशन योजना है. जल्द ही इसमें सिस्टैमैटिक तरीके से पैसों की निकासी की सुविधा जोड़ी जाएगी. म्यूचअल फंड में सिस्टेमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) की सुविधा काफी पहले से है.

क्या है योजना?

अभी तक एनपीएस ग्राहक 60 साल की आयु होने पर खाते में जमा कुल रकम में से 60 फीसद रकम निकाल सकते हैं जिसे अपनी जरूरत के अनुसार खर्च या कहीं और निवेश कर सकते हैं. बाकी 40 फीसद रकम से एन्युटी खरीदना अनिवार्य है जिससे पेंशन मिलती है. नई व्यवस्था के तहत एनपीएस खाताधारक अपनी 60 फीसद रकम को एनपीएस में ही जमा रख सकता है. इस निवेश पर पहले की तरह ही रिटर्न मिलता रहेगा. ग्राहक इस खाते में से अपनी जरूरत के अनुसार मासिक, तिमाही, छमाही या फिर सालाना आधार पर सिस्टेमैटिक विड्राल के जरिए पेंशन का विकल्प चुन सकता है. निकासी की सुविधा रकम या यूनिट रिडीम के आधार पर ली जा सकती है. यह निवेश 60 से 75 साल तक की आयु तक रखा जा सकता है. पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट जितेन्द्र सोलंकी कहते हैं म्यूचुअल फंड में यह योजना काफी उपयोगी साबित हो रही है. अब एनपीएस में एसडब्ल्यूपी से जुड़े क्या नियम आते हैं, यह निवेश कब तक लॉक रहेगा, यह देखना होगा. कुल मिलाकर यह अच्छा विकल्प है.

कब तक होगा लागू?

मोहंती ने अंग्रेजी अखबार बिजनेस लाइन से बातचीत में कहा कि पीएफआरडीए बोर्ड ने एनपीएस ग्राहकों के लिए सिस्टेमैटिक निकासी की सुविधा की मंजूरी दे दी है. उम्मीद है इस साल दिसंबर तक यह व्यवस्था लागू हो जाएगी. पीएफआरडीए की नई पहल का रोचक तथ्य यह है कि एन्युटी के लिए यह स्कीम प्रतिस्पर्धी उत्पाद के रूप में काम करेगी. एनपीएस ग्राहक इस सुविधा वाले रिटर्न की तुलना एन्युटी के रिटर्न से करेंगे. इस हिसाब से वह तय करेंगे कि उन्हें एन्युटी में 40 फीसद से अधिक राशि बढ़ानी चाहिए या नहीं. वर्तमान में एनपीएस ग्राहक रिटायरमेंट के समय पूरे कॉर्पस को एन्युटी में रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि एनपीएस में नए फीचर जोड़कर इस पेंशन स्कीम को गैर सरकारी कर्मचारियों के बीच लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि पिछले साल एनपीएस की ग्रोथ में इस वर्ग विशेष योगदान रहा है. भारतीय वित्तीय प्रणाली में एन्युटी में कम रिटर्न के अनुमान को देखते हुए एनपीएस के नए फीचर निवेशकों के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे. मोहंती ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में एनपीएस में गैर सरकारी क्षेत्र के लाखों ग्राहक जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में 13 लाख नए ग्राहकों तक बढ़ने का अनुमान है. वर्तमान में एनपीएस की परिसंपत्तियां 9.2 लाख करोड़ रुपए है. इस साल सितंबर के अंत तक यह आंकड़ा 10 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचने का अनुमान है.

Published - April 28, 2023, 02:51 IST