सभी बैंक शाखाओं और डाकघरों में खुलेगा NPS का खाता

PFRDA ने लोगों को NPS आसानी से सुलभ कराने के लिए इसे सभी बैंक शाखाओं और डाकघरों में उपलब्‍ध कराया है

सभी बैंक शाखाओं और डाकघरों में खुलेगा NPS का खाता

लोगों को पेंशन उत्पाद न्‍यू पेंशन सिस्‍टम (NPS) आसानी से सुलभ कराने के लिए, इसे सभी बैंक शाखाओं और डाकघरों में उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. पेंशन फंड रेगुलेटर PFRDA के चेयरमैन दीपक मोहंती ने कहा कि प्राधिकरण ने नई पेंशन सिस्‍टम के वितरण के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और बैंक प्रतिनिधियों को जोड़ा है, जिससे गांवों और छोटे कस्बों में भी लोग आसानी से इस पेंशन योजना का लाभ ले सकेंगे.

उल्लेखनीय है कि PFRDA ने NPS की बिक्री के लिए लगभग सभी बैंकों को जोड़ा गया है, लेकिन बैंकों की सभी शाखाओं में यह उत्पाद उपलब्ध नहीं है. PFRDA अब NPS को आसानी से उपलब्ध कराने के लिए इसे सभी बैंक शाखाओं और डाकघरों में उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहा है.

गांव में भी उपलब्‍ध होगा NPS

PFRDA ने गांवों और छोटे कस्बों में NPS सुलभ कराने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के साथ गठजोड़ किया है. इस तरह अब क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से भी एनपीएस लिया जा सकेगा. इसके अलावा बैंक प्रतिनिधि (बैंकिंग कारस्पोन्डेंट) के माध्यम से भी एनपीएस लेने की अनुमति दी गई है.

मार्च तक 13 लाख अंशधारक जोड़ने का लक्ष्‍य

PFRDA ने चालू वित्त वर्ष में निजी क्षेत्र से (कॉरपोरेट और व्यक्तिगत स्तर पर) एनपीएस के तहत कुल 13 लाख अंशधारकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है. पिछले वित्त वर्ष में 10 लाख अंशधारक जोड़े गए थे. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 16 सितंबर, 2023 तक एनपीएस से जुड़े लोगों की कुल संख्या 1.36 करोड़ (एनपीएस लाइट को छोड़कर) थी. वहीं अटल पेंशन योजना के तहत ग्राहकों की संख्या पांच करोड़ है.

NPS पर रिटर्न है अच्‍छा

PFRDA का कहना है कि एनपीएस पर जो रिटर्न या प्रतिफल है, वह बहुत अच्छा है और लोग लंबी अवधि में एक अच्छे कोष की उम्मीद कर सकते हैं. पीएफआरडीए के अनुसार, पेंशन योजनाओं के तहत इक्विटी में निवेश पर शुरू से लेकर अब तक 12.84 फीसदी का रिटर्न मिला है. एनपीएस से सरकारी कर्मचारियों के मामले में रिटर्न 9.4 फीसदी तक है.

AUM बढ़ने का अनुमान

एनपीएस और एपीवाई के तहत प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (AUM) चालू वित्त वर्ष में कम-से-कम 12 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है. वर्तमान में इनका AUM 10.22 लाख करोड़ रुपए है. कुल प्रबंधित कोष में एपीवाई की हिस्सेदारी करीब 35,000 करोड़ रुपए है.

Published - September 28, 2023, 04:23 IST