LIC की इस स्‍कीम में रोजाना 296 रुपए जमाकर 60 लाख पाने का मौका

इस स्‍कीम में न सिर्फ आपको बचत में मदद मिलेगी, बल्कि पॉलिसीधारक के न रहने पर परिवार को वित्‍तीय समस्‍या नहीं होगी

LIC की इस स्‍कीम में रोजाना 296 रुपए जमाकर 60 लाख पाने का मौका

बेहतर भविष्‍य और परिवार की सुरक्षा के लिए एलआईसी की जीवन लाभ बचत योजना फायदेमंद साबित हो सकती है. इसमें न सिर्फ आपको बचत में मदद मिलेगी, बल्कि पॉलिसीधारक के न रहने पर भी परिवार को वित्‍तीय समस्‍या नहीं होगी. इस योजाना का लाभ लेने के लिए आपको रोजाना महज 296 रुपए जमा करने होंगे, जिससे आपको मैच्‍योरिटी पर 60 लाख रुपए मिलेंगे. यह एक गैर-लिंक्ड व्यक्तिगत जीवन बीमा योजना है. इसमें जीवित पॉलिसीधारक को मैच्‍योरिटी पर एकमुश्त रकम मिलती है. वहीं मैच्‍योरिटी से पहले पॉलिसीधारक के निधन पर उसके परिवार को लिए वित्तीय सहायता दी जाती है. इस योजना के कई लाभ हैं.

पॉलिसीधारक के निधन पर मिलने वाली सुविधा

एलआईसी जीवन लाभ योजना में पॉलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर मृत्यु लाभ, मिलेगा. हालांकि इसके लिए पॉलिसी चालू होनी चाहिए यानी सभी देय प्रीमियम का भुगतान किया गया होना चाहिए. मृत्यु पर बीमा राशि के अलावा प्रत्यावर्ती बोनस और अंतिम अतिरिक्त बोनस का लाभ दिया जाता है. मृत्यु पर बीमा राशि को मूल बीमा राशि से अधिक या वार्षिक प्रीमियम के 7 गुना के रूप में जोड़ा जाता है.

मैच्‍योरिटी लाभ

यदि पॉलिसी अभी भी प्रभावी है और बीमित व्यक्ति पॉलिसी अवधि के अंत तक जीवित रहता है, तो कंपनी मैच्‍योरिटी राशि का भुगतान करेगी. इसमें रिविजनरी बोनस और अंतिम अतिरिक्त बोनस साथ दिया जाएगा.

मुनाफे में हिस्‍सेदारी

अगर पॉलिसी प्रभावी है, तो निगम के मुनाफे में हिस्सा मिलेगा. इसमें रिविजनरी बोनस मिल सकेगा.

कैसे मिलेंगे 60 लाख रुपए?

एलआईसी के जीवन लाभ बचत योजना में रोजाना 296 रुपए लगाएं, इससे मैच्‍योरिटी पर 60 लाख रुपए मिलेंगे. उदाहरण के तौर अगर कोई व्यक्ति 25 वर्ष की आयु में 25 वर्ष की अवधि के लिए निवेश शुरू करता है, तो उसे हर महीने 8,893 रुपए या 296 रुपए प्रति दिन देना होगा. इससे सालाना मैच्‍योरिटी राशि 1,04,497 रुपए होगी. इसमें रिविजनरी बोनस और अंतिम अतिरिक्त बोनस भी लगेगा. यहां मूल बीमा राशि 2300000 रुपए है. मैच्‍योरिटी राशि की गणना एलआईसी कैलकुलेटर का उपयोग करके की जाती है. यह उम्र, कार्यकाल और मूल बीमा राशि के आधार पर अलग-अलग होगी.

Published - October 13, 2023, 04:25 IST