बैंक एफडी से ऐसे बढ़ाएं कमाई

एसबीआई जैसे कई बैंक अपने ग्राहकों को एफडी रिन्यू कराने की सुविधा दे रहे हैं

बैंक एफडी से ऐसे बढ़ाएं कमाई

मोहित ने जब एसबीआई में पांच साल की एफडी कराई थी तब उन्हें यही पता था कि यह पैसा पांच साल तक लॉक रहेगा और इस पूरी अवधि में सालाना पांच फीसद ब्याज मिलेगा. क्या इस एफडी को रिन्यू कराया जा सकता है? इस बारे में उन्होंने अपनी बैंक में काम करने वाली अपनी दोस्तो ज्योति से पूछा तो उन्होंने बताया कि बैंकों की ज्यादातर एफडी को समय से पहले कभी भी तुड़वा सकते हैं. हालांकि टैक्स सेवर और नॉन कॉलेबल एफडी तय समय पर ही मैच्योर होंगी. इन्हें समय से पहले नहीं तुड़वा सकते. आप अपनी एफडी को बैंक की ब्रांच में जाकर रिन्यू करा सकते हैं.

क्या है सुविधा?
मोहित जैसे लोग एफडी में ऊंची ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपनी पुरानी एफडी प्रीमैच्योर नहीं करानी होगी. एसबीआई जैसे कई बैंक अपने ग्राहकों को एफडी रिन्यू कराने की सुविधा दे रहे हैं. इस सुविधा का लाभ लेने की आसान प्रक्रिया है. अगर मोहित अपनी एफडी को रिन्यू कराते हैं तो बैंक अब तक के ब्याज की गणना करेगा. मोहित ने जिस तारीख को एफडी कराई थी तब से लेकर अब तक की स्कीम में जो ब्याज था, उसी हिसाब से रिटर्न मिलेगा. इसके बाद अपनी रकम को ऊंची ब्याज दरों पर निवेश कर सकते हैं. इस प्रक्रिया में उन्हें किसी तरह की पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी. एसबीआई फिलहाल तीन से पांच साल की एफडी पर सालाना 6.5 फीसद ब्याज दे रहा.

कितना होगा फायदा?
मोहित एफडी को रिन्यू नहीं कराते हैं तो अगले चार साल में उन्हें 5 लाख रुपए के निवेश पर 1,09,945 रुपए का ब्याज मिलेगा. अगर वह इसे रिन्यू कराते हैं 6.5 फीसद के हिसाब से चार साल में 1,47,111 रुपए का ब्याज बनेगा. इस तरह उन्हें 37 हजार रुपए से ज्यादा का फायदा हो जाएगा.

मोहित की तरह अगर आपकी भी ऐसी कोई पुरानी एफडी है जिस पर कम ब्याज मिल रहा है तो उसे रिन्यू करा सकते हैं. लंबी अवधि में ब्याज के रूप में बड़ा फायदा होगा. आजकल सभी प्रमुख बैंक एफडी रिन्यू कराने की सुविधा दे रहे हैं. अगर आपके बैंक में यह सुविधा नहीं है तो अपनी एफडी को प्रीमैच्योर कराकर किसी दूसरे बैंक की एफडी में निवेश कर सकते हैं.

किन बातों का रखें ध्यान?
एफडी को अपने मौजूदा बैंक में ही रिन्यू कराने के बारे में बात करनी चाहिए. यही सबसे बेहतर विकल्प है. कई बैंक एफडी को प्रीमैच्योर कराए बिना ऊंची दर पर रिन्यू कराने की सुविधा दे रहे हैं. कुछ बैंक एफडी को प्रीमैच्योर कराने पर बैंक 0.5 से एक फीसद तक की पेनाल्टी वसूलते हैं. अगर प्रीमैच्योरिटी पर पेनाल्टी लग रही है और दूसरे बैंक में बहुत ज्यादा फायदा नहीं मिल रहा है तो ऐसे में प्रीमैच्योर कराने में कोई समझदारी नहीं है.

मनी9 की सलाह
अगर आप एफडी में नए निवेश या पुरानी एफडी को तुड़वा कर फिर से निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह काम प्लानिंग के तहत करें. बड़ी रकम है तो उसे टुकड़ों में निवेश करें. निवेश की अवधि अलग-अलग रखें. इससे आपको बढ़ती ब्याज दरों का लाभ मिलता रहेगा. साथ ही पैसे की लिक्विडिटी बनी रहेगी. जरूरत के समय में इस पैसे का आसानी से इस्तेमाल कर सकेंगे.

Published - June 25, 2023, 08:49 IST