रोजगार के मोर्चे पर लंबे समय बाद कुछ राहत देने वाली खबर आई है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO ने जुलाई 2023 में 18.75 लाख नए सदस्य अपने साथ जोड़े हैं. किसी एक महीने में EPFO के साथ जुड़ने वाले सदस्यों का यह अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. EPFO का यह आंकड़ा संगठित क्षेत्र रोजगारों को लेकर बेहतर होती स्थिति की जानकारी दे रहा है. EPFO के आंकड़े बताते हैं कि 3 महीने से उसके सदस्यों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
आंकड़ों के मुताबिक जुलाई के दौरान जुड़े 18.75 लाख EPFO खातों में 10.27 खाते ऐसे हैं जो पहली बार खुले हैं, यानि इतने लोगों की पहली बार संगठित क्षेत्र में नौकरी लगी है, EFPO में शामिल हुए इन नए लोगों की आयु 18-25 वर्ष के बीच है और कुल सदस्यों में इनकी हिस्सेदारी 58.45 फीसद है.
नियमित वेतन पर नौकरी पाने वालों का आंकड़ा दर्शाता है कि लगभग 12.72 लाख सदस्य जो बाहर चले गए थे, वे फिर से EPFO में शामिल हो गए और यह दर 12 महीनों में सबसे ज्यादा है. इन सदस्यों ने अपनी नौकरियां बदल लीं और EPFO के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए. साथ ही इन्होंने अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपनी जमा राशि को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना.
आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2023 के दौरान शुद्ध रूप से लगभग 3.86 लाख महिला सदस्य ईपीएफओ से जुड़े. लगभग 2.75 लाख महिला सदस्य पहली बार सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आई हैं. राज्यों के अनुसार विश्लेषण से पता चलता है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा में सबसे अधिक शुद्ध वृद्धि हुई. बयान में कहा गया कि पेरोल आंकड़े अस्थायी है, क्योंकि आंकड़े एकत्रित करना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है.