कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के सदस्यों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ईपीएफओ ने सोमवार को मार्च के आंकड़े जारी किये. नियामक द्वारा जारी प्रोविजनल पेरोल डेटा के अनुसार, मार्च, 2024 में ईपीएफओ में 14.4 लाख कुल सदस्य जोड़े गए, जबकि फरवरी में कुल जोड़े गए सदस्यों की संख्या 15.4 लाख थी. ईपीएफओ ने बताया कि इन सदस्यों में ज्यादातर युवा हैं और उनकी यह पहली नौकरी है. इस बार ईपीएफओ में महिलाओं की संख्या में भी बड़ी बढ़ोतरी दिखी है.
युवाओं में बढ़ी नौकरी
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के ताजा आंकड़े के अनुसार, संगठित क्षेत्र के रोजगार वित्त वर्ष 2023-24 में 11.4 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 15.4 मिलियन पर पहुंच गए, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में इनकी संख्या 13.85 मिलियन थी.
ईपीएफओ के अनुसार, मार्च में 7.47 लाख नए सदस्य जोड़े गए जिनमें 18 से 25 वर्ष की उम्र वाले सदस्यों की संख्या कुल सदस्यों का 56.83 फीसद है. यानी युवाओं में नौकरी की संख्या में तो इजाफा हुआ ही है साथ ही संगठित सेक्टर में पहली नौकरी हासिल करने वालों का आंकड़ा भी बढ़ा है.
महिलाओं की संख्या बढ़ी
ईपीएफओ डेटा के अनुसार, 7.47 लाख नए सदस्यों में करीब 2 लाख महिलाएं भी हैं. मार्च में ईपीएफओ से कुल 2.90 लाख महिलाएं जुड़ी हैं. इस आंकड़े से साफ है कि अब कंपनियों में महिलाओं की संख्या भी बढ़ रही है.
11.80 लाख एग्जिट होकर फिर से शामिल हुए
विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, मार्च में करीब 11.80 लाख सदस्य ईपीएफओ से एग्जिट होने के बाद फिर से इससे जुड़े. ये वो लोग हैं जो जॉब बदलने के बाद वापस विभाग से जुड़ गए हैं. नौकरी बदलने के बाद ये ग्राहक पैसा ट्रांसफर करने का विकल्प चुन कर वापस से ईपीएफओ में शामिल हुए हैं.
इन सेक्टर्स में बढ़ी नौकरियां
ईपीएफओ के मुताबिक जिन सेक्टर्स में नौकरियां बढ़ी हैं उनमें मैन्युफैक्चरिंग, मार्केटिंग, कंप्यूटर ऑपरेटर, होटल्स, अकाउंटेंट, फिश एवं नॉन वेज फूड, बीड़ी बनाना आदि शामिल हैं. मंत्रालय ने कहा है कि लगभग सभी राज्यों में नौकरियां बढ़ी हैं. मंत्रालय ने बताया है कि कुल जोड़े गए सदस्यों में करीब 43 फीसद एडिशनल स्पेशलिस्ट सर्विस वाले जैसे- मैनपावर सप्लायर्स, ठेकेदारों, सिक्यूरिटी सर्विसेज, मिस्लेनियस एक्टिविस्ट शामिल हैं.