बढ़ती ब्याज दरों के बीच फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) निवेश के लिए शानदार विकल्प साबित हो रही हैं. आरबीआई मई 2022 के बाद से रेपो रेट में 2.5 फीसद की बढ़ोतरी कर चुका है. इस दौरान विभिन्न बैंकों की एफडी की ब्याज दरों में तीन फीसद तक की वृद्धि हुई है. ऊंची ब्याज दरों का फायदा उठाने के लिए लोगों ने एफडी में खूब निवेश किया है. फाइनेंशियल एग्रीगेटर बैंक बाजार (Bank Bazaar) का सर्वे बताता है एफडी में भारतीयों का औसतन 42,573 रुपए का निवेश है.
एफडी में निवेश में दिल्ली आगे
सर्वे के अनुसार देश में 2.42 करोड़ एफडी खाते हैं. इनमें कुल 103 लाख करोड़ रुपए की रकम जमा है. एफडी में निवेश के मामले में देश के सभी राज्यों में दिल्ली सबसे आगे है. यहां के लोग अपनी बचत को एफडी में ज्यादा निवेश करते हैं. इनका औसत 80,872 रुपए है जो देश में सबसे ज्यादा है. इस मामले में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है. यहां के लोगों का एफडी में औसत निवेश 73,206 रुपए है. अप्रत्याशित रूप से इस मामले में मिजोरम 68,323 रुपए के साथ तीसरे स्थान पर है.
किस राज्य में कितना निवेश?
आरबीआई के आंकड़ों के अऩुसार एफडी में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा रकम निवेश की गई है. यहां के लोगों का एफडी में 25.14 लाख करोड़ रुपए निवेश किया है. दिल्ली एनसीआर 10.97 लाख करोड़ रुपए के साथ दूसरे और कर्नाटक 8.17 लाख करोड़ रुपए के साथ तीसरे स्थान पर है. दक्षिण भारत के प्रमुख राज्य तमिलनाडु में लोगों की 6.57 लाख करोड़ रुपए की बचत एफडी में निवेश है. इस मामले में यह राज्य चौथे स्थान पर है. इसके बाद 6.56 लाख करोड़ रुपए के साथ उत्तर प्रदेश पांचवें और 5.91 लाख करोड़ रुपए के साथ पश्चिम बंगाल छठे स्थान पर है जबकि गुजरात का सातवां स्थान है. यहां के लोगों की 5.68 लाख करोड़ रुपए की बचत एफडी में निवेश है.
किस राज्य का कितना योगदान?
भारत में एफडी में बचाए गए सभी पैसे में दिल्ली का योगदान लगभग 10 फीसद है. हालांकि महाराष्ट्र का योगदान सबसे ज्यादा करीब 25 फीसद है. ऐसे में भारत में एफडी में बचाए गई कुल रकम में दिल्ली और महाराष्ट्र दोनों का महत्वपूर्ण हिस्सा है. बैंकबाजार की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली और महाराष्ट्र में अन्य राज्यों की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट में बहुत ज्यादा पैसा बचाया जाता है. पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम और सिक्किम में अपेक्षाकृत कम आबादी है लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट में औसतन ज्यादा पैसा निवेश है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर जितेन्द्र सोलंकी कहते हैं कि पिछले करीब एक साल से एफडी में आकर्षक रिटर्न मिल रहा है. काफी लंबे समय बाद देखा गया है कि एफडी का रिटर्न महंगाई को मात देने में कारगर साबित हो रहा है. ऊंची ब्याज दरों का फायदा उठाने के लिए लोगों ने एफडी में अच्छा खासा निवेश किया है. यहां तक कि कुछ लोगों ने अपने आपात फंड को एफडी में निवेश किया है. पिछली दो समीक्षाओं में आरबीआई ने अपनी रेपो दर को स्थिर रखा है. आने वाले दिनों में ब्याज दरों में गिरावट का रुख शुरू हो सकता है. ऐसे में एफडी में निवेश का सही मौका है.