बेहतर रिटायरमेंट के लिए EPF, NPS और SWP में करें निवेश

अगर आपके सामने अचानक कोई खर्च आ जाए तो उससे भी बिना परेशान हुए निपट लेते हैं. इसके अलावा आप रिटायरमेंट लक्ष्य को भी हासिल कर लेते हैं.

Your retirement life can be a lot of fun if you have already done this planning

रिटायरमेंट प्लानिंग में देरी करना सही नहीं है. कम उम्र में प्लानिंग से ज्यादा फायदा होता है. 25-35 की उम्र से रिटायरमेंट प्लानिंग की शुरुआत करनी चाहिए.

रिटायरमेंट प्लानिंग में देरी करना सही नहीं है. कम उम्र में प्लानिंग से ज्यादा फायदा होता है. 25-35 की उम्र से रिटायरमेंट प्लानिंग की शुरुआत करनी चाहिए.

Retirement: किसी भी इंसान को अपने रिटायरमेंट (Retirement) की प्लानिंग पहले से कर लेनी चाहिए. इसके कई फायदे होते हैं. इससे आप 60 साल की उम्र के बाद चिंतामुक्त होते हैं और आप अपना मेडिकल खर्च भी उठाने में सक्षम हो जाते हैं. साथ ही समय के साथ बढ़ती महंगाई को भी आप मात देते हैं. अगर आपके सामने अचानक कोई खर्च आ जाए तो उससे भी बिना परेशान हुए निपट लेते हैं. इसके अलावा आप रिटायरमेंट लक्ष्य को भी हासिल कर लेते हैं. पैसे कहां निवेश करें और क्या स्ट्रैटेजी रखें, जानिए…

EPF-क्या है?
– EPF यानि कर्मचारी भविष्य निधि खाता
– नौकरीपेशा लोगों के लिए है PF खाता
– बेसिक सैलरी का 12% जाता है PF में
– इतना ही योगदान कंपनी की तरफ से भी
– व्यक्ति का पूरा शेयर EPF में जमा होता है
– कंपनी का शेयर दो हिस्सों में बांटा जाता है
– कंपनी के शेयर का 3.67% EPF में होता है
– 8.33% योगदान EPS में होता है
– EPS- कर्मचारी पेंशन योजना
– कुल PF कॉन्ट्रीब्यूशन पर ब्याज मिलता है
– EPF पर 80C के तहत टैक्स छूट
– EPF पर ब्याज दर 8.65%

समय से पहले रकम निकालें?
EPF Retirement की सुरक्षा का जरिया
रकम को रिटायरमेंट के लिए रखना सही
भविष्य निधि खाता को बचत के तौर पर देखें
बहुत जरूरत न हो तो रकम न निकालें
नौकरी बदलने पर PF अकाउंट ट्रांसफर कराएं
कुछ खास परिस्थिति में आंशिक रकम नकासी संभव

VPF
VPF- स्वैच्छिक भविष्य निधि
– कर्मचारी चाहे तो PF कॉन्ट्रीब्यूशन बढ़ा सकते हैं
– इसे VPF यानि वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड कहते हैं
– बढ़े योगदान पर भी आपको ब्याज मिलता है
– VPF पर ब्याज दर कर्मचारी चाहे तो PF कॉन्ट्रीब्यूशन बढ़ा सकते हैं
– VPF पर ब्याज दर EPF के समान
– वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड में PPF से ज्यादा ब्याज दर
– VPF पर ब्याज दर 8.65%
– PPF पर ब्याज दर 7.9%

NPS
– NPS यानि नेशनल पेंशन सिस्टम
– NPS पेंशन और निवेश स्कीम
– रिटायरमेंट के लिए बेहतर है स्कीम
– वित्तीय वर्ष में कभी भी निवेश करने की सुविधा
– जितनी रकम चाहे, उतनी ही रकम निवेश करें
– निवेश और पेंशन फंड चुनने की आजादी
– अकाउंट को कहीं से भी कर सकते हैं ऑपरेट

फायदे
– टैक्स नियम में बदलाव के चलते आकर्षण बढ़ा
– रिटायरमेंट पर निकाली जाने वाली 60% रकम टैक्स फ्री
– कम से कम 40% एन्युटी में लगाना अनिवार्य
– 40% पर लगता है टैक्स
– NPS में निवेश 80C के तहत आता है
– 80CCD(1B) में ₹50 हजार की अतिरिक्त छूट
– 10% तक स्कीम में 80CCD(2) के तहत जमा रकम टैक्स फ्री
– पिछले 5 साल में 9.33% रिटर्न
– इक्विटी में अधिकतम 75% निवेश संभव
– 50 साल की उम्र तक 75% निवेश कर सकते हैं

SWP
SWP क्या है?
– SWP यानि सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान
– अपना पैसा सिस्टमैटिक तरीके से निकाल सकते हैं
– कैश फ्लो बनाए रखना है तो SWP बेहतर
– SWP से हर महीने तय रकम निकाल सकते हैं

रिटायरमेंट के बाद क्या बेहतर?
– रिटायरमेंट के बाद डेट फंड्स का पोर्टफोलियो बेहतर
– मासिक खर्चों के लिए अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड में निवेश करें
– SWP सुविधा के जरिये मासिक रकम ले सकते हैं
– सीनियर सिटीजन के लिए रेगुलर आय का जरिया

SWP- फायदे
– मौजूदा निवेश से आप रेगुलर इनकम ले सकते हैं
– अवधि और रकम, आप पहले ही तय कर लेते हैं
– तय समय पर ऑटोमैटिक पैसे अकाउंट में आ जाते हैं
– SWP के जरिए नियमित अंतराल पर पैसे निकाल सकते हैं
– NAV के आधार पर हर महीने पैसे निकालने का विकल्प.

Published - January 28, 2021, 09:51 IST