हम में से हरेक का यही सपना होता है कि जब हम रिटायर हों तो हमारे पास कुछ करोड़ रुपये हों. लेकिन, ऐसा करना मुश्किल नहीं है. बस इसके लिए आपको अपनी कामकाजी जिंदगी में थोड़ा फोकस्ड होकर चलना होगा. अनुशासन भरे निवेश ये ऐसा किया जा सकता है.
मनी9 आपको रिटायरमेंट के वक्त करोड़ रुपये कमाने का एक आसान उदाहरण समझा रहा है.
अगर आप 400 रुपये प्रतिदिन तक निवेश करते हैं तो आप 60 साल की उम्र पर पहुंचने पर कम से कम 10 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा कर सकते हैं.
क्या कहता है गणित?
मान लीजिए कि कोई शख्स 25 साल की उम्र में कमाना शुरू करता है तो आपको बस 400 रुपये प्रतिदिन बचत शुरू करनी होगी.
ये रकम 12,000 रुपये प्रतिमाह बैठती है. ये निवेश आपको 60 साल की उम्र तक करना होगा.
निवेश ठिकाने ऐसे होने चाहिए जहां आपको 12-13 फीसदी सालाना रिटर्न मिल सके.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह के मकसद के लिए आपको हाइब्रिड या बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड्स या इक्विटी बेस्ड फंड्स में पैसा लगाना चाहिए.
बैलेंस्ड फंड्स आमतौर पर 12-13 फीसदी औसत रिटर्न देते हैं. दूसरी ओर, इक्विटी बेस्ड फंड्स लंबे वक्त में 15-16% रिटर्न देते हैं.
मान लीजिए कि आप एक ऐसे हाइब्रिड फंड में निवेश करते हैं जो कि 13% सालाना के आधार पर रिटर्न देता है.
35 साल तक 12,000 रुपये महीने बचाने पर आप 10.2 करोड़ रुपये हासिल कर सकते हैं.
इस दौरान आप 50.2 लाख रुपये जमा करेंगे और आपको 9.7 करोड़ रुपये का फायदा होगा.
महत्वाकांक्षी योजना
अगर आप लंबे वक्त तक ज्यादा रिस्क ले सकते हैं तो आपको मिलने वाला रिटर्न और ज्यादा होगा. कोई भी इक्विटी आधारित फंड कम से कम 15% रिटर्न ऑफर कर सकता है और 35 साल की अवधि में आपका ये पैसा 18 करोड़ रुपये हो जाएगा.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जानकारों की राय है कि म्यूचुअल फंड्स में SIP के जरिए पैसा लगाना निवेश का सबसे बढ़िया तरीका है. इसमें आप पर कभी भी ज्यादा बोझ नहीं पड़ता है.
सर्टिफाइड पर्सनल फाइनेंस प्लानर नीलोत्पल बनर्जी कहते हैं, “SIP एक बढ़िया विकल्प है. लेकिन, चूंकि आपको 35 साल तक निवेश करना है, ऐसे में आपकी जोखिम लेने की एक स्थाई क्षमता होनी चाहिए.”
विशलिस्ट कैपिटल एडवाइजर्स के डायरेक्टर नीलांजन डे कहते हैं, “तीन दशक तक निवेश करने में तीन मार्केट साइकिल से गुजरना होगा. निवेश के SIP जरिए से आपको काफी सुरक्षा मिलेगी.”