Crorepati Calculator: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) दोनों में ही वॉलेंटरी कंट्रीब्यूशन का ऑप्शन होता है. PPF और NPS में से कोई एक आपको चुनना हो तो क्या चुनेंगे? इसे लेकर काफी असमंजस होती है. साथ ही यह भी देखना होता कि कहां ज्यादा फायदा मिलेगा. टैक्स छूट कितनी होगी. इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत जब PPF में 1.5 लाख रुपए की सीमा पूरी हो जाती है, तब लोग NPS में निवेश करते हैं.
PPF Vs इक्विटी रिटर्न की तुलना
NPS अकाउंट में इक्विटी एक्सपोजर होता है. अगर निवेशक इक्विटी और डेट ऑप्शन में 50:50 ऑप्शन का विकल्प चुनता है, तब लॉन्ग-रन में डेट ऑप्शन उन्हें करीब 8 फीसदी रिटर्न देता है, जबकि इक्विटी एक्सपोजर कम से कम 12 फीसदी का रिटर्न लॉन्ग-टर्म में देता है. उदाहरण के तौर पर अगर कोई शख्स 100 रुपए NPS और 100 रुपए PPF में जमा करता है, तो पीपीएफ पर उसे 7.1 प्रतिशत की दर से वार्षिक रिटर्न मिलता है. वहीं, दूसरी तरफ एनपीएस में रिटर्न 10 फीसदी तक होगा, जो PPF की तुलना में 2.9 प्रतिशत ज्यादा है.
कैसे बनेंगे करोड़पति?
Crorepati Calculator- PPF और NPS दोनों ही इंस्ट्रूमेंट करोड़पति बनने की राह आसान करते हैं. आइये उदाहरण में समझते हैं.
PPF कैलकुलेटर
मान लीजिए आपने PPF अकाउंट में हर महीने 12,500 रुपए यानि सालाना 1.5 लाख रुपए जमा किए और पूरे इनवेस्टमेंट पीरियड के दौरान उसे 7.1 प्रतिशत का रिटर्न मिला. तब पीपीएफ कैलकुलेटर के हिसाब से 30 साल बाद उसका मैच्योरिटी अमाउंट 1,54,50,911 रुपए होगा.
NPS कैलकुलेटर
इसी तरह अगर किसी ने NPS में हर महीने 12,500 रुपए यानि सालाना 1.5 लाख रुपए जमा किए और एन्युटी को 40 फीसदी रखा, तब एनपीएस कैलकुलेटर के हिसाब से वह व्यक्ति मैच्योरिटी पर 1,70,94,940 रुपए अपने अकांउट से निकाल सकता है और शेष 1,13,96,627 रुपए का इस्तेमाल एन्युटी को खरीदने में करेगा, जिससे उसे हर महीने करीब 56,983 रुपए की पेंशन मिलेगी.
क्या है निष्कर्ष?
रिटर्न और रिटायरमेंट के बाद फायदे को देखें तो एक्सपर्ट्स मानते हैं कि PPF अकाउंट की जगह NPS में ज्यादा फायदा है. क्योंकि, रिटर्न तो मिला है. साथ ही एन्युटी खरीदने पर हर महीने पेंशन का भी फायदा मिला. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद भी लोग अपनी फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. नेशनल पेंशन सिस्टम को पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) रेगुलेट करता है. टैक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रिटायरमेंट फंड के लिए दोनों ही अच्छे इनवेस्टमेंट टूल हैं, लेकिन अगर कोई ज्यादा जोखिम उठाने में सक्षम है और ज्यादा पैसा बनाना चाहता है तब उसके लिए PPF से बेहतर NPS होगा.