कोविड काल के बाद से रिहायशी इलाकों में घरों की मांग लगातार बढ़ रही है. मैजिकब्रिक्स की नवीनतम प्रॉपइंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक देश के टॉप 13 शहरों में अंडर कंस्ट्रक्शन यानी निर्माणाधीन घरों की मांग में वृद्धि हुई है, जिसकी वजह से कीमत में उछाल आया है. जनवरी और मार्च के बीच मांग बढ़ने से कीमत 30.6% तक बढ़ी है.
रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा में 7.1% और ग्रेटर नोएडा में 6.1% की तिमाही मूल्य वृद्धि देखी गई है. वहीं बेंगलुरु और मुंबई में प्रत्येक में 5.7% मूल्य वृद्धि देखी गई है. मैजिकब्रिक्स के शोध प्रमुख अभिषेक भद्र का कहना है कि घर खरीदने वालों ने हमेशा से ही नए प्रोजेक्ट के बजाय पूरी तरह से बनी परियोजनाओं को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन 2023 में बढ़ती आवासीय कीमतों को देखते हुए खरीदारों ने निर्माणाधीन संपत्तियों की ओर रुख किया है. किफायती होने की वजह से लोगों का इसमें रुझान बढ़ा है.
2 बीएचके मकानों का बढ़ा क्रेज
रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर और दिसंबर के बीच 2बीएचके की मांग 32% से बढ़कर जनवरी और मार्च के बीच 42% हो गई है. खरीदार 2बीएचके यूनिट में निवेश में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. आंकड़ों से पता चला है कि इस समय अवधि के दौरान बेंगलुरु, नोएडा और नवी मुंबई में 2बीएचके की मांग काफी बढ़ गई. नवी मुंबई में इसकी डिमांड 18% से बढ़कर 54% हो गया जबकि बेंगलुरु में यह 29% से बढ़कर 45% हो गया है.
घरों के निर्माण में भी हुआ इजाफा
देश के सात प्रमुख शहरों में पिछले साल घरों का निर्माण आठ प्रतिशत बढ़कर 4.35 लाख यूनिट पर पहुंच गया है. एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 4,35,045 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में 4.02 लाख घर बनाए गए थे. आंकड़ों के अनुसार, मुंबई महानगर क्षेत्र में पिछले साल 13 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,43,500 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 1,26,720 यूनिट था.