अटके हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में मदद करने के मकसद से स्थापित SWAMIH फंड के तहत पहला रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट पूरा हो गया है. स्थापना के तकरीबन डेढ़ साल बाद इस फंड के तहत पहला रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट पूरा हुआ है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में इस प्रोजेक्ट के घर खरीदाकों को पजेशन दिया.
इस आयोजन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि स्पेशल विंडो फॉर अफोर्डेबल एंड मिड-इनकम हाउसिंग (SWAMIH) के जरिए 1.16 लाख घर खरीदारों को फायदा होगा और उनके फ्लैट पूरे होंगे.
वित्त मंत्री ने कहा है कि SWAMIH के अंतरगत अब तक 72 प्रोजेक्ट्स को अंतिम मंजूरी दी जा चुकी है जिससे 44,100 घर पूरे किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त 132 प्रोजेक्ट्स को शुरुआती मंजूरी मिली है जिससे 72,500 घरों का कंस्ट्रक्शन पूरा किया जाएगा. यानी कुल मिलाकर फंड के जरिए 1,16,600 घरों का काम पूरा होगा.
The #SWAMIH Fund has given final approval to 72 projects to complete 44,100 homes.
Another 132 projects received preliminary approval, to complete additional 72,500 homes.
The Fund shall complete an aggregate of 1,16,600 homes.#Homebuyers #Middleclass https://t.co/ME07G3vL3X
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 13, 2021
अंतिम मंजूरी पाने वाले 72 प्रोजेक्ट्स को SWAMIH के जरिए 6,995 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल हुई है. वहीं शुरुआती मंजूरी पाने वाले 132 प्रोजेक्ट्स के लिए 11,581 करोड़ रुपये की फंडिंग दी जाएगी. कुल मिलाकर इन अटके प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए 54,520 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है.
मुंबई का रिवाली पार्क विंटरग्रीन्स वित्त मंत्रालय के SWAMIH फंड के तहत फंडिंग पाने वाला पहला प्रोजेक्ट था और इसके घर खरीदारों को आज पजेशन भी मिल गया है. इस 7 एकड़ के प्रोजेक्ट में कुल 708 फ्लैट हैं. आज 640 घर खरीदारों को पजेशन दिया गया है.
वित्त मंत्री ने कहा है कि अटके प्रोजेक्ट्स को पूरा करने से ना सिर्फ कैपिटल अनलॉकिंग होगी बल्कि कंस्ट्रक्शन वर्कर्स और सीमेंट और स्टील सेगमेंट को भी फायदा होगा.
इस फंड को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की सब्सिडियरी SBICAP वेंचर्स मैनेज कर रही है.
SWAMIH के तहत अटके प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार 10,000 करोड़ रुपये देगी तो वहीं बाकी रकम संस्थागत निवेशकों की ओर से आएंगे जिनमें LIC और SBI शामिल हैं.
दिसंबर 2019 में इस फंड ने 14 निवेशकों से तकरीबन 10,037 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की थी.