अचानक क्‍यों बढ़ गई महंगे घरों की मांग?

CBRE के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद लग्‍जरी और बड़े घरों की मांग में वृद्धि देखी जा रही है.

अचानक क्‍यों बढ़ गई महंगे घरों की मांग?

भारत में लग्‍जरी और महंगे घरों की बिक्री में अचानक तेज उछाल आया है. रियल एस्‍टेट कंसल्‍टेंसी कंपनी CBRE के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2023 की पहली छमाही में लग्‍जरी घरों की बिक्री 130 फीसदी बढ़ी है. जनवरी से जून के बीच भारत में 6,900 लग्‍जरी घर बिके हैं. इनकी कीमत 4 करोड़ रुपए और इससे अधिक है. 2022 में जनवरी से जून के दौरान केवल 3000 लग्‍जरी घर बिके थे. एक तरफ जहां महंगे और लग्‍जरी घरों की बिक्री बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर किफायती या कहें अफोर्डेबल हाउस की बिक्री घट रही है. यह स्थिति देश में बढ़ती आय असमानता की ओर इशारा कर रही है.

क्‍यों बढ़ी लग्‍जरी घरों की मांग
CBRE के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद लग्‍जरी और बड़े घरों की मांग में वृद्धि देखी जा रही है. वर्क फ्रॉम होम के चलते लोग अब ज्‍यादा बड़ा घर चाहते हैं. लोग अब अधिक सुविधाओं वाले घरों में रहने को प्राथमिकता दे रहे हैं. भारत का आकांक्षी वर्ग तेजी से बढ़ रहा है, जो लग्‍जरी घरों की बिक्री को भी बढ़ावा दे रहा है. इसके अलावा एनआरआई (विदेशों में रह रहे भारतीय) भी अब देश के रियल एस्‍टेट बाजार में निवेश कर रहे हैं, इससे भी लग्‍जरी हाउसिंग की मांग को बढ़ावा मिल रहा है.

किन शहरों में बिक रहे हैं बड़े घर
दिल्‍ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद लग्‍जरी घरों के लिए प्रमुख बाजार के रूप में उभरे हैं. देश के शीर्ष 7 शहरों में कुल बिकने वाले लग्‍जरी घरों में से 90 फीसदी घर इन तीनों शहरों में हैं. दिल्‍ली-एनसीआर में इस साल जनवरी से जून के बीच 2900 लग्‍जरी घर बिके हैं. मुंबई में 1900 और हैदराबाद में 1400 घर बिके हैं. लग्‍जरी घरों की बिक्री को अगर प्रतिशत के हिसाब से देखें तो, हैदराबाद में सालाना आधार पर सबसे ज्‍यादा ग्रोथ हुई है. पिछले साल यहां जनवरी से जून के बीच 100 लग्‍जरी घर बिके थे. पुणे में लग्‍जरी घरों की बिक्री छह गुना बढ़ी है. 2023 के पहले छह महीनों में यहां 300 लग्‍जरी घर बिके हैं. दिल्‍ली एनसीआर में लग्‍जरी घरों की बिक्री तीन गुना बढ़ी है. पिछले साल यहां ऐसे 950 घर बिके थे.

तिमाही बिक्री 121% बढ़ी
अप्रैल-जून तिमाही में लग्‍जरी घरों की बिक्री सालाना आधार पर 121 फीसदी बढ़ी है. इस तिमाही देशभर में 3100 लग्‍जरी घर बिके हैं. एक साल पहले इस तिमाही में 1400 घर बिके थे. दिल्‍ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद इस तिमाही में प्रमुख बाजार के रूप में उभरे हैं. दिल्‍ली-एनसीआर में बिक्री तीन गुना बढ़कर 1050 इकाई हो गई, जो पिछले साल 350 इकाई थी. हैदराबाद में 20 गुना वृद्धि हुई है, यहां इस दौरान 1000 घर बिके हैं. वहीं मुंबई और बेंगलुरु में तिमाही आधार पर संख्‍या घटी है. कोलकाता और चेन्‍नई में बिक्री स्थिर रही है.

स‍स्‍ते घरों की बिक्री घटी
देश के सात प्रमुख शहरों में 40 लाख रुपए से कम कीमत वाले किफायती घरों की बिक्री जनवरी-जून में 18 फीसदी घटी है. 2023 की पहली छमाही में 46,650 मकान बिके हैं. पिछले साल जनवरी से जून के दौरान 40 लाख रुपए से कम कीमत के 57,060 घर बिके थे. एनारॉक का कहना है कि कुल बिक्री में किफायती घरों की घटती हिस्सेदारी के लिए कोरोना महामारी के बाद मांग में बदलाव और डेवलपर्स के साथ-साथ उपभोक्ताओं के सामने आने वाली कई चुनौतियां इसकी प्रमुख वजह है. जमीन की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं. डेवलपर्स के लिए इनकी उपलब्धता कम हो रही है. महंगी जमीन पर घर बनाकर उन्‍हें कम कीमत पर बेचना उनके लिए संभव नहीं होता.

Published - July 27, 2023, 05:02 IST