Real Estate: होम लोन पर इंट्रस्ट ऑल-टाइम लो पर है. कई बैंक और होम फाइनेंस कंपनियों का ब्याज 6.75% के लेवल्स तक आ चुके हैं. कोरोना ने रियल एस्टेट (Real Estate) बाज़ार से खरीदारों को दूर रखा है. इस सेक्टर में पेंट-अप डिमांड है, साथ ही सस्ते होम लोन का आकर्षण भी. तो क्या आप भी सोच रहें हैं कि नया घर खरीद लें? पहला घर खरीदना का प्लान कर रहें हैं तो इन 5 बातों का ख्याल रखें.
आपका बटुए में पैसे कितने हैं?
आप कितने का घर अफोर्ड कर सकतें हैं इस सवाल का जवाब सबसे जरूरी है. इसके बाद ही तय होगा घर का साइज और लोकेशन. होमलोन पर घर लेंगे तो डाउनपेमेंट जितना कर पाएंगें उतना कम लोन लेना होगा. डाउन पेमेंट के लिए कितने पैसे हैं और लोन कितना लेंगे? लोन की EMI भी देनी है जिसका मतलब है कि हर महीने आपकी सैलरी का एक चंक इस लोन की पेमेंट कर रहा होगा. तो सारे खर्चों को इवैल्यूएट करना न भूलें.
घर की लोकेशन
घर की लोकेशन (Location) केवल मैप (Google Map) पर नहीं देखें, खुद जाकर उस लोकेशन को समझें. कहीं ऐसा न हो कि घर इतने दूर दराज इलाके में हो जो आपको अपने वर्क प्लेस या जहां भी आप शहर में घूमने फिरने जाते हैं वहां से बहुत दूर हो. घरवालों को भी कहीं बाहर जाना हो तो दो बार सोचना पड़े.
लोकेशन कब विजिट करें?
ये सवाल अटपटा लग सकता है लेकिन जरूरी है. ज़ाहिर तौर पर आप दिन के वक्त जाएंगे, लेकिन एक लोकेशन (Real Estate) कैसी है इसे जानने के लिए ज़रूरी है कि उसका मुआयाना शाम होने के बाद भी किया जाए. स्ट्रीटलाइट का क्या हाल है, कितनी हल चल रहती है इलाके में, कैब, ऑटो और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पहुंचते हैं या नहीं?
केवल एक महीने की सैलरी काफी नहीं?
जब लोन दिया जाएगा तो आपके 6 महीने की बैंक स्टेटमेंट देखी जाती है. बैंक देखना चाहते हैं कि कहीं आपका अकाउंट जल्दी खाली तो नहीं हो जाता? क्या आप हर महीने बैलेंस मेंटने करते हैं? इनसे लोन लौटाने की आपकी क्षमता का पता लगता है.
CIBIL स्कोर
ये स्कोर आप के सारे लोन्स की जानकारी देता है. आपके क्रेडिट कार्ड के पेमेंट, पुराने लोन या कोई पुराना डिफॉल्ट सबकुछ के बारे में CIBIL बताता स्कोर बताता है. ऐसा हो सकता है कि आपके पास कार्ड नहीं है या कोई पुराना लोन नहीं तो CIBIL स्कोर कैसे होगा? तो आपका स्कोर नहीं होगा, इसमें चिंता कि कोई बात नहीं है फिर आपका बैंक स्टेमेंट आधार होगा.