रेजिडेंशियल रियल एस्टेट सेगमेंट में निवेश मार्च तिमाही में तीन गुना से अधिक होकर 5,743 करोड़ रुपये हो गया. रियल एस्टेट कंसलटेंट कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड (C&W) के अनुसार, यह रियल एस्टेट क्षेत्र में कुल निवेश का 63 फीसद है. सीएंडडब्ल्यू की कैपिटल मार्केट की रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च तिमाही के दौरान रियल एस्टेट में निवेश बढ़कर 9,124 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 8,830 करोड़ रुपये था.
रिपोर्ट के अनुसार, कुल निवेश में से रेजिडेंशियल सेगमेंट में निवेश बढ़कर 5,743 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल समान तिमाही में 1,735 करोड़ रुपये था. ऑफिस प्रॉपर्टी में निवेश मामूली बढ़कर कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 2,248 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 2,180 करोड़ रुपये था. हालांकि, मिक्स्ड यूज वाले प्रोजेक्ट्स में निवेश मार्च तिमाही में घटकर 865 करोड़ रुपये रह गया, पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,645 करोड़ रुपये था.
इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक खंड में भी मार्च तिमाही में 268 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2,170 करोड़ रुपये था. होटल प्रोजेक्ट्स में निवेशकों ने समीक्षाधीन तिमाही में कोई रुचि नहीं दिखाई. हालांकि, पिछले साल समान तिमाही में इस खंड में 1,100 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.
सीएंडडब्ल्यू की वैल्यूएशन, एडवाइजरी और कैपिटेल मार्केट्स के प्रबंध निदेशक सोमी थॉमस ने कहा कि चालू कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में भी भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में मजबूत पूंजी निवेश देखा गया. इसमें नए ग्राहक और निवेशकों के विश्वास के कारण आवासीय क्षेत्र का दबदबा रहा.