इनदिनों घरों की बिक्री जोरों पर है. होम लोन की ब्याज दरें स्थिर रहने और मांग में बढ़ोतरी के चलते जुलाई से सितंबर के बीच सात प्रमुख शहरों में आवास की बिक्री सालाना आधार पर 36 प्रतिशत बढ़ गई है. इस दौरान रिकॉर्ड 1,20,280 यूनिट बिकी हैं. इस बात की पुष्टि रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक की रिसर्च रिपोर्ट में हुई है. एक साल पहले की इसी अवधि में सात प्रमुख शहरों में आवासीय घरों की बिक्री का आंकड़ा 88,230 यूनिट थी.
एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि में सात शहरों में आवास की औसत कीमतें सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ी हैं. हैदराबाद में सबसे ज्यादा 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई. आवासीय घरों की जबरदस्त मांग के चलते जुलाई-सितंबर में तिमाही बिक्री अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. इस बारे में एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है कि मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र (MMR) और पुणे ने कुल बिक्री में 51 प्रतिशत योगदान दिया है.
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के दो बार से नीतिगत दर में कोई बदलाव न करने से बिक्री अच्छी बनी हुई है. इसने होम लोन ब्याज दरों को स्थिर रखा है, जिससे आवास खरीदने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान दिल्ली-एनसीआर में आवास की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 15,865 यूनिट हो गई है, जो एक साल पहले की अवधि में 14,970 यूनिट थी.
एमएमआर में रिव्यू पीरियड के दौरान आवास बिक्री 26,400 यूनिट से 46 प्रतिशत बढ़कर 38,500 यूनिट हो गई. बेंगलुरु में आवास की बिक्री 29 प्रतिशत बढ़कर 16,395 इकाई हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 12,690 इकाई थी. वहीं पुणे में बिक्री अधिकतम 63 प्रतिशत बढ़कर 14,080 यूनिट से 22,885 यूनिट हो गई. हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 11,650 यूनिट से 41 प्रतिशत बढ़कर 16,375 यूनिट हो गई. वहीं चेन्नई में 3,490 यूनिट से 42 प्रतिशत बढ़कर 4,940 यूनिट हो गई. कोलकाता में आवास की बिक्री सात प्रतिशत बढ़कर 5,320 यूनिट हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 4,950 यूनिट थी. जानकारों का कहना है कि आय के बढ़ते स्तर के कारण घर खरीदने की लोगों की चाहत बढ़ी हैं. यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में आवास की मांग मजबूत हुई है, इसके आगे भी जारी रहने की उम्मीद है.