कोरोना काल के बाद से दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ी है. हर साल इसमें इजाफा हो रहा है. यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर में बीते साल यानी 2023 में 87,818 करोड़ रुपए के फ्लैट की बिक्री हुई है. दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल हुई कुल फ्लैटों की बिक्री में गुरुग्राम की हिस्सेदारी करीब 63 फीसद रही. ये जानकारी संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया ने एक रिपोर्ट में दी.
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में पिछले साल बिके फ्लैट की औसत कीमत 2022 के 1.86 करोड़ रुपए से बढ़कर 2.29 करोड़ रुपए हो गई. हालांकि फ्लैट का औसत आकार और बिकने वाले घरों की संख्या (38,407 यूनिट) स्थिर रही. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में बिकने वाले फ्लैटों का कुल मूल्य 87,818 करोड़ रुपए था, जो 2022 की तुलना में 23 प्रतिशत ज्यादा है.
किस शहर में कितने बिके फ्लैट?
डेटा के मुताबिक पिछले साल कुल बिक्री मूल्य में से अकेले गुरुग्राम की हिस्सेदारी 63 फीसद की रही, यहां 55,930 करोड़ रुपए के फ्लैट बिके. वहीं नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 24,944 करोड़ रुपए, गाजियाबाद में 4,404 करोड़ रुपए, दिल्ली में 2,610 करोड़ रुपए और फरीदाबाद में 470 करोड़ रुपए मूल्य के घरों की बिक्री हुई.
इस साल बिक्री ज्यादा होने की उम्मीद
सलाहकार फर्म का कहना है कि 2024 में आवासीय बाजार में 95,000 से लेकर एक लाख करोड़ रुपए मूल्य की करीब 40,000 यूनिट की बिक्री होने की उम्मीद है. नई योजनाबद्ध आपूर्ति और द्वारका एक्सप्रेसवे एवं नोएडा हवाई अड्डे जैसे बुनियादी ढांचे के विकास से घरों की बिक्री को बढ़ावा मिलेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रति वर्ग फुट औसत कीमत में 13 प्रतिशत की वृद्धि होने और महंगी परियोजनाओं के आने से पिछले साल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बिकने वाले घरों का मूल्य बढ़ गया है. जेएलएल के मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख (भारत) सामंतक दास ने कहा कि पिछले साल पेश की गई परियोजनाओं में 40,805 करोड़ रुपए मूल्य के घर बिके जिनकी कीमत तीन करोड़ रुपये या उससे ज्यादा थी.